आत्मसमर्पणकारियों ने SDPO, से लगाई न्याय की गुहार।
मामला सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय मुख्यालय अंतर्गत आदर्श थाना में आत्मसमर्पणकारियों ने SDPO, गणपति ठाकुर, को आवेदन देकर लगाई न्याय की गुहार।
आत्मसमर्पणकारियों ने बताया की -2006-में नीतीश बाबू, की सरकार में नीतीश बाबू, के कहने पर कुल-131-लोगों ने त्रिवेणीगंज अनुपलाल यादव महाविद्यालय में नीतीश बाबू,के समक्ष हलवे हथियार के साथ आत्मसमर्पण किया था।
जिसमें नीतीश बाबू,ने आत्मसमर्पणकारियों के पत्नी को -25-हजार रुपए बैंक से कर्ज दिए थे घर चलाने के लिए।
साथ हीं बताया था की ये कर्ज नहीं है।
सरकार के तरफ से आत्मसमर्पण कारियों को दिया जा रहा है जो वापस नहीं लिया जाएगा।
साथ ये भी वादा किए थे की हरएक आत्मसमर्पणकारियों को पुनर्वास योजना के तहत घर दिया जाएगा, दो बच्चों को दसवीं कक्षा तक मुफ्त पढ़ाया जाएगा,तीन हजार रुपए घर चलाने के लिए पेंशन के रूप में दिया जाएगा।
साथ हीं ये भी बताया था की सभी आत्मसमर्पणकारियों पर जो भी मुकदमा दर्ज है।
उन सभी मुकदमा को खत्म कर दिया जाएगा।
लेकिन -2006-से लेकर -2021-खत्म होने जा रहा है।
लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है।
नाहीं तो पुनर्वास मिला, नाहीं पेंशन, मिला, नाहीं बच्चों को शिक्षा मिली,नाहीं दर्ज मुकदमा खत्म हुआ ऊपर से बैंक से मिले कर्ज का नोटिस भेजा गया है की-25-हजार रुपए जो दिए गए थे वो वापस किया जाय।
वहीं सभी आत्मसमर्पणकारी गरीब लाचार दर दर ठोकर खा रहे हैं।
सरकार से लेकर बड़े बड़े अधिकारी के पास जाकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं।
लेकिन नीतीश बाबू, कानों में जूं तक नहीं रेंगती।
वहीं SDPO, गणपति ठाकुर, ने बताया की आत्मसमर्पणकारियों के द्वारा आवेदन मिला है।
जो मदद होगा जरूर करेंगे।
अब देखना लाजमी होगा की नीतीश बाबू, कब तक आत्मसमर्पणकारी गरीब लाचार का कष्ट दूर करते हैं।
या फिर ऐसे हीं आत्मसमर्पणकारी दर दर की ठोकर खाते रहेंगे।
ये तो वही बात हो गई वादा करूँगा लेकिन निभाउंगा नहीं।
बाईट:-गणपति ठाकुर, SDPO, त्रिवेणीगंज
बाईट:-आत्मसमर्पणकारी।