परसरमा से अररिया तक प्रस्तावित 4 लेन सड़क परियोजना को ग्रीनफील्ड बनाने के संबंध में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राज्यमार्ग मंत्रालय नितिन गडकरी से मिल एक ज्ञापन सौंपा
परसरमा से अररिया तक प्रस्तावित 4 लेन सड़क परियोजना को ग्रीनफील्ड बनाने के संबंध में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने केंद्रीय मंत्री सड़क परिवहन और राज्यमार्ग मंत्रालय नितिन गडकरी से मिल एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में बताया गया कि यह सड़क निर्माण परियोजना बिहार के सुपौल संसदीय क्षेत्र को शामिल करती है, और इसके ग्रीनफील्ड में बनने से न केवल क्षेत्रीय बल्कि राज्य और देश के स्तर पर भी सामाजिक व आर्थिक विकास में योगदान मिलेगा. बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि ग्रीनफील्ड परियोजना से सड़क की लंबाई एवं यात्रा समय में कमी आएगी, जिससे ईंधन की बचत होगी और यातायात सुगम होगा. कहा कि सुपौल एवं सीमांचल क्षेत्रों में मक्का की खेती प्रमुखता से की जाती है. इस परियोजना से मक्का उत्पादकों एवं व्यापारियों को ट्रांसपोर्टेशन में बेहतर सुविधा मिलेगी. ज्ञापन में यह भी बताया गया कि भूमि अधिग्रहण सर्वे के दौरान परियोजना की धीमी प्रगति सामने आई है, जो सामाजिक और आर्थिक विकास को प्रभावित कर रही है. 04 लेन सड़क का ग्रीनफील्ड निर्माण शीघ्रता से किया जाना अत्यंत आवश्यक है. यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय जनता के वादे को पूरा करेगी. बल्कि देश हित, किसान हित और जनहित में भी फायदेमंद होगी.
ऊर्जा मंत्री के पहल पर शुरू हुई थी कार्रवाई
बिहार सरकार के ऊर्जा मंत्री स्थानीय विधायक विजेंद्र प्रसाद यादव ने एक वर्ष पूर्व सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय मंत्री भारत सरकार नितिन गडकरी को पत्र लिख कर प्रस्ताव देते हुए और सड़क की महत्ता से अवगत कराया था. पत्र के जवाब में मंत्री ने उक्त सड़क का चौड़ीकरण कराने के संबंध में अपनी सहमति देते हुए संबंधित अधिकारी को पत्र प्रेषित किया. सड़क परिवहन मंत्री को लिखे पत्र में बिहार सरकार के उर्जा मंत्री ने कहा था कि बिहार के नेपाल सीमा पर अवस्थित सुपौल एवं अररिया जिला को जोड़ने वाला राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 327 ई एवं एनएच 327 ए अंतरराष्ट्रीय महत्व की सड़क है. जो सुपौल जिला से होकर गुजरने वाली विभिन्न राष्ट्रीय उच्च पथों को जोड़ती है. राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 106 वीरपुर-बीहपुर पथ, भारतमाला परियोजना की सड़क 527 ए जो उच्चैठ भगवती स्थान मधुबनी से महिषी तारा स्थान सहरसा तक जाती है. 327 ए सुपौल-भपटियाही सरायगढ़ सड़क जो ईस्ट-वेस्ट-कॉरिडर सड़क से मिलती है. इसका सीधा संपर्क राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 327 ई से है. सुपौल एवं मधुबनी जिले के बीच भेजा घाट पर कोसी नदी में नई पुल भारतमाला परियोजना अंतर्गत बन रही है. इस पुल के बन जाने से दरभंगा एवं मधुबनी जिले की कोसी क्षेत्र से संपर्कता बढ़ेगी. फलस्वरूप सुपौल-अररिया पथ पर यातायात दबाव बढ़ेगा.
व्यापारियों को मिलेगा लाभ
इस सड़क का महत्व इस बात से भी है कि यह विभिन्न व्यापारिक गतिविधियों जैसे बांस, मखाना, मक्का, चावल आदि अनाज की ढुलाई तथा राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से ईस्ट-वेस्ट-कॉरिडोर का विकल्प है. यह सड़क अभी राष्ट्रीय उच्च पथ के टू लेन मानक पर बना हुआ है, परंतु भविष्य में इस पर यातायात का भारी दबाव बढ़ने की संभावना है. वर्तमान में ईस्ट-वेस्ट-कॉरिडोर का अररिया से गलगलिया तक चौड़ीकरण करने की कार्रवाई भारतमाला परियोजना अंतर्गत की जा रही है.
इन गांवों से होकर गुजरेगी सड़क
सुपौल जिला अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 327ई के 0.370 किमी से 68.100 किमी (परसरमा-अररिया सेक्शन) तक निर्माण के क्रम में सुपौल अंचल के अंतर्गत परसरमा, बलहा, सुखपुर, सोल्हनी, पकरौली, मल्हनी, कर्णपुर, डुमरिया, परसा, खरैल, मलहद, बैरिया, महुआ, सुरतीपट्टी, किशनपुर अंचल अंतर्गत सिसौनी, अभुआर, बेला टेढ़ा, राजपुर, पिपरा अंचल के अंतर्गत पथरा, जोल्हनिया, कटैया माहे, गिदराही, बेलोखरा, थुमहा, सखुआ, देवीपट्टी, विशनपुर, पिपरा, त्रिवेणीगंज अंचल अंतर्गत अतलख बेलही, पथरागौरधैय, बभनगामा, थलहा गढ़िया, बरहकुरवा, पिलुआहा, मानगंज, कोरियापट्टी, हीरापट्टी, छातापुर अंचल अंतर्गत राजेश्वरी, चरणै मौजा में कुल अर्जित रकवा हेक्टेयर में 421.4846 वहीं अर्जित रकवा डेसीमल में 104148.84 है.
इलाके के लोगों को 06 लेन हाइवे की भी मिलेगी सुविधा : बिजेंद्र
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात के बाद उर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने प्रभात खबर से खास बातचीत की. जहां उन्होंने कहा कि सूबे में यातायात की सुविधा को सुगम बनाने के लिए कई मुद्दे पर गडकरी जी से बातचीत हुई. उन्होंने गंभीरता पूर्वक उनकी बातों को सुना व समझा. श्री यादव ने बताया कि 04 लेन ग्रीनफील्ड सड़क के निर्माण में अब तेजी आयेगी. इसके सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है. वहीं कोसी नदी पर एक और उच्च स्तरीय पुल का निर्माण किया जायेगा. यह पुल डगमारा के समीप बनाया जायेगा. बताया कि गौरखपुर से सिलीगुड़ी तक 06 लेन हाइवे का निर्माण किया जायेगा. जो सरायगढ के समीप से गुजरेगी. यह हाइवे सुपौल जिला में करीब 45 किलोमीटर एरिया को कवर करेगी.