छातापुर मे गाजे बाजे के साथ हुआ मां काली के प्रतिमा का विसर्जन, नम आंखों से श्रद्धालु नर नारियों ने मां को किया विदा
छातापुर।सुपौल।से सोनू कुमार भगत की रिपोर्ट
नम आंखों से श्रद्धालु नर नारियों समेत बच्चे बुजुर्ग ने विदा किया
प्रखंड क्षेत्र में काली पूजा पूरे धूमधाम से मनाया गया। मुख्यालय स्थित सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में आयोजित काली पूजा समेत विभिन्न क्षेत्रों के करीब दर्जन भर पूजा पंडालों में माता की प्रतिमा का निर्माण कराया गया था। जहां पूरे भक्ति भाव से आस्था वान लोगों द्वारा माता की पूजा अर्चना की। दिवाली के एक दिन पूर्व पंडालों में माता का आह्वान किया गया। इसके बाद दिवाली के पूरे दिन व रात पंडालों में भक्तों की भीड़ लगी रही। छातापुर मुख्यालय बाजार के सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में आयोजित काली पूजा सहित क्षेत्र के काली मंदिरों में भी विशेष पूजा की गई। विशेषकर छातापुर बाजार स्थित दुर्गा मंदिर, चकला के काली मन्दिर में आयोजित काली पूजा पर पूजा की भव्यता देखते ही बन रही है। यहां माता की भव्य प्रतिमा का निर्माण करबपुजा अर्चना किया गया। बंगाली कलाकारों ने प्रतिमा का निर्माण किया। यहां बता दे कि मूर्तिकार बासु द्वारा माता काली के प्रतिमा का निर्माण पिछले कई सालों से छातापुर में किया जा रहा है। उनकी अद्भुत कलाकारी को लेकर विभिन्न पूजा में भी बंगाल के इस कलाकार से ही प्रतिमा का निर्माण क्षेत्र के लोग करवाते है। उधर, कलाकार बासु इसे छातापुर के लोगों के स्नेह मान रहे है। छातापुर मुख्यालय बाजार के सार्वजनिक दुर्गा मंदिर में आयोजित काली पूजा आचार्य राजेश झा के नेतृत्व में संपन्न हुआ। मौके पर नागेश्वर यादव, भुवन ठाकुर, फुलेश्वरी देवी, सोनू कुमार आदि थे। इधर शनिवार व रविवार को माता के पूजन के बाद प्रतिमा के विसर्जन का कार्य शुरू कर दिया गया। प्रतिमा विसर्जन को लेकर विसर्जन जुलुश निकाली गई। जिसने बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त भाग लिए। वहीं माता को नम आंखों से श्रद्धालु नर नारियों समेत बच्चे बुजुर्ग ने विदा किया। मां के प्रतिमा को विदा करते वक्त जगह जगह मां को धूप दीप दिखाकर महिला पुरुष भक्तों ने सुख समृद्धि की कामना किया। गाजे बाजे के साथ निकली विसर्जन जुलूस में बच्चों भी उत्साह भाव के साथ शामिल हुए।विसर्जन
के दौरान मां के जयकारे से माहौल गुंजायमान हो रहा था। मौके पर विधि विधि व्यवस्था को लेकर पुलिस बल समेत पूजा कमिटी भी मौजूद थे। विसर्जन जुलूस में नागेश्वर यादव, राजेन्द्र प्रसाद, प्रमोद कुमार बोथरा, गौरी शंकर भगत, संजय कुमार भगत, राम टहल भगत, सोनू भगत, गुड्डू कुमार आदि थे।