कोसी के लोगों के साथ दशकों से हो रहा अन्याय
कोसी नव नर्मिाण मंच के स्थापना दिवस पर रविवार को बैरिया मंच के मुंगरार घाट पर सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन सर्वोदयी अवध नारायण ने की। सम्मेलन में अन्याय और वादाखिलाफी के भुक्तभोगी कोसी वासियों को संगठित कर व्यापक जन आंदोलन खड़ा करने का संकल्प लिया गया। पर्यावरणवद्ि रंजीव कुमार ने कहा कि तटबंध के अंदर बसे लोगों के साथ दशकों से अन्याय हुआ। तटबंध के भीतर के लोगों से किए वादे सरकार भूल गयी। कोसी विकास प्राधिकरण की संस्तुतियों को लागू करना तो दूर उसे बिना भंग किए ही छोड़ दिया गया। काशी से आये वल्लभाचार्य ने कहा कि तटबंध के बीच के किसानों से जन्हिें जमीन की बर्बादी के बाद क्षति मिलनी चाहिए उनको लगान और बिना सुविधा का सेस लिया जाता है। मालिकाना की दलील को खारिज करते हुए कहा कि फिर अन्य राज्यों में कैसे मालिकाना मिला है। अमरनाथ झा ने कोसी बाढ़ की त्रासदी और अन्य आयामो पर बातें की। रूपेश और विनोद ने कोसी त्रासदी के अलग-अलग आयामों पर प्रकाश डाला। नेपाली प्रतिनिधि मंडल देव नारायण यादव, प्रो. ललित, भवानी प्रसाद, श्रवण चौधरी, सुखदेव ने कहा कि दोनों देश की सरकारें कोशी की जनता के साथ के वादाखिलाफी करती है। मौके पर हरिनंदन, संदीप, इंद्र नारायण सिंह, मो. अब्बास, राम चन्द्र, पूर्व जिला पार्षद मनोरमा, पूनम, सोनेलाल टुड्डू, भुवनेश्वर यादव, बिजेन्द्र, जय नारायण यादव, रामनरेश कौशिकी, प्रसाद सिंह, रामचंद्र शर्मा, राजेंद्र प्रसाद, परमेश्वर यादव, उमेश प्रसाद भगत, संचालन महेन्द्र यादव और राजू खान ने किया।मुंगरार घाट पर रविवार को आयोजित सम्मेलन में मौजूद मंच के सदस्य। ह्ण हन्दिुस्तान
स्रोत-हिन्दुस्तान