डीजीपी ने की कानून व्यवस्था की समीक्षा
क्राइम कंट्रोल के लिए गुरुवार को डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने एसपी कार्यालय में पुलिस अफसरों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान पुलिस-पब्लिक के बीच समन्वय बनाकर क्राइम कंट्रोल के साथ-साथ विधि-व्यवस्था और पुलिसिंग के अन्य बिंदुओं पर कई टिप्स दिए। डीजीजी श्री पांडेय ने साफ शब्दों में कहा कि हरहाल में अपराध पर रोक लगनी चाहिए। इसके लिए पुलिसिंग के हर आयाम को अपनाएं। यही नहीं गुंडा पंजी अपडेट रखें और पैरेड करवाएं। कांडों के निष्पादन में तेजी लाएं और निर्दोष लोगों को कांड से मुक्त करने का प्रयास करें। पर्व-त्योहार के दौरान सजग और सतर्क रहने का निर्देश दिया। कहा कि हाथ जोड़कर आपलोगों से आग्रह है कि समय के साथ खुद को बदल लें नहीं तो परेशानी होगी। पुलिस में रहकर शराब और बालू माफियाओं से सांठगांठ हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर किसी भी अधिकारी की संलिप्तता मिली तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा। इससे पहले सहरसा से करीब साढ़े 10 बजे सर्किट हाऊस पहुंचे जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। समीक्षा बैठक में कोसी रेंज के डीआईजी सुरेश प्रसाद चौधरी, एसपी मृत्युंजय चौधरी के अलावा सभी एसडीपीओ, सर्किल इंस्पेक्टर और थानेदार मौजूद थे। छवि सुधारिए, पीपुल फ्रेंडली बनिए: डीजीपी ने पुलिस अफसरों से कहा कि जनता के बीच पुलिस की छवि बेहतर होनी चाहिए। पुलिस जनता का विश्वास जीते, उनकी शिकायकों को सुने और उसपर तत्काल एक्शन ले। किसी भी छोटी घटना को हल्के में न लिया जाए। कहा कि गरीबों की सुनें, फरियादी या जनप्रतिनिधि थाना पर जाएं तो अच्छा से व्यवहार करें। चोर, बदमाशों को खदेड़ने का संदेश पुलिस अफसरों को दिया गया है। और जिले भर के थाने का अपडेट हो गया डायरी: डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के सहरसा पहुंचने की खबर मिलते ही जिले के पुलिस महकमा में हड़कम्म मच गया। जिले भर के थाने में स्टेशन डायरी अपडेट होना शुरू हो गया। सुपौल पहुंचने से पहले ही सबकुछ बदला-बदला नजर आया। यही नहीं समीक्षा करके डीजीपी के वापस होने तक शहर से लेकर ग्रामीण इलाके तक के थानेदार एक-दूसरे से डीजीपी के लोकेशन की जानकारी के लिए ऑनलाइन रहे। गुरुवार को कलेक्ट्रेट में एसपी ऑफिस के बाहर पुलिस पदाधिकारियों से परिचय लेते डीजीपी।
स्रोत-हिन्दुस्तान