इंग्लैंड को भले ही भारत के खिलाफ तीनों प्रारूपों की श्रृंखलाओं में हार झेलनी पड़ी लेकिन उसके मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड का मानना है कि उनकी टीम ने इस दौरे में बहुमूल्य सबक सीखे जो इस साल के आखिर में होने वाले टी20 विश्व कप में काम आएंगे।
भारत ने रविवार को यहां तीसरे और अंतिम वनडे में सात रन से जीत दर्ज करके तीनों प्रारूपों में अपना दबदबा कायम रखा। भारत ने टेस्ट श्रृंखला में 3-1, टी20 श्रृंखला में 3-2 और वनडे श्रृंखला में 2-1 से जीत हासिल की।
सिल्वरवुड ने टीम के स्वदेश रवाना होने से पहले ब्रिटिश मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि इंग्लैंड की टीम जब अक्टूबर-नवंबर में टी20 विश्व कप के लिये भारत दौरे पर आएगी तो वह अधिक मजबूत होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘इस दौर में अच्छा, प्रतिस्पर्धी खेल और अच्छी, प्रतिस्पर्धी श्रृंखलाएं खेली गयी। मुझे अपनी टीम पर गर्व है। मुझे इस दौरे पर आने वाले प्रत्येक खिलाड़ी पर गर्व है। ’’
सिल्वरवुड ने कहा, ‘‘खेल के प्रति उनके प्रयास और रवैये पर मुझे गर्व है। मुझे लगता है कि हमने इस दृष्टिकोण से काफी कुछ सीखा और मैं इससे अधिक की उम्मीद नहीं कर सकता। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने टी20 विश्व कप के लिये बहुमूल्य अनुभव हासिल किया। अगर हम टेस्ट श्रृंखला पर गौर करें तो उन्होंने काफी सबक सीखे और जब वे फिर से यहां आएंगे तो उन्हें पता रहेगा कि क्या करना है और खेल के लिये क्या बेहतर रणनीति रहेगी। ’’
भारत को अगस्त से सितंबर के बीच इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है और सिल्वरवुड को लगता है कि उनके खिलाड़ी हिसाब बराबर करने के लिये बेताब होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ये अनुभव उन्हें लगातार आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करेंगे। जब वे इंग्लैंड में भारत के खिलाफ खेलेंगे तो इससे उन्हें बदला चुकता करने के लिये प्रेरणा मिलेगी। ’’
सिल्वरवुड ने कहा, ‘‘उस श्रृंखला में ज्यादा समय नहीं है लेकिन हम इंग्लैंड में होने वाली इस श्रृंखला के लिये तैयार हैं। हमें पता है कि यह बेहद प्रतिस्पर्धी होगी क्योंकि दो बेहतरीन टीमें एक दूसरे से भिड़ेंगी। ’’
भारत ने इंग्लैंड से पहला टेस्ट गंवा दिया था लेकिन इसके बाद उसने अपने स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल के अच्छे प्रदर्शन से शानदार वापसी की और श्रृंखला 3-1 से जीती।
सिल्वरवुड ने कहा, ‘‘यहां जीत दर्ज करना आसान नहीं है और हम यह जानते हैं। भारत अपनी घरेलू परिस्थितियों में बेहद मजबूत टीम है लेकिन इसके बावजूद हमारे लिये कई सकारात्मक पहलू रहे। ’’