- 8 राउंड के बाद विजेंदर को सर्वानुमति से विजेता घोषित किया गया
- घाना के चार्ल्स अदामू कॉमनवेल्थ चैंपियन रह चुके हैं
- विजेंदर सिंह ने कहा- मैं अपने प्रदर्शन से काफी खुश हूं
भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह का प्रोफेशनल मुक्केबाजी में जीत का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को उन्होंने घाना के पूर्व कॉमनवेल्थ चैंपियन चार्ल्स अदामू को हराया। ये विजेंदर की प्रोफेशनल मुक्केबाजी में लगातार 12वीं जीत है। वह 4 साल से हारे नहीं हैं।
पूर्व ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज ने घाना के 42 साल के मुक्केबाज को 2 बार रिंग में गिराया। चोट लगने के बाद भी चार्ल्स लड़ते रहे। लेकिन आठ राउंड के बाद भारतीय मुक्केबाज को सर्वानुमति से विजेता घोषित किया गया।
विजेंदर ने कहा- तीन राउंड में मैच जीतना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ
इस जीत के बाद विजेंदर ने कहा, “यह अच्छा मुकाबला था, चार्ल्स अदामू अच्छे मुक्केबाज हैं, लेकिन मैं उनका सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार था। मैंने उनके पंचेस को अच्छी तरह रोका और अपने पंच सटीक जगहों पर लगाए। दुबई में यह मुकाबला लड़ना रोमांचकारी रहा। मैं तीन-चार राउंड में यह मुकाबला जीतना चाहता था। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और मुकाबला देर तक चला। मैं अपने प्रदर्शन से काफी खुश हूं।”
कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीत चुके हैं अदामू
मैच में घाना के मुक्केबाज अदामू चौथे राउंड में बहुत ज्यादा झुककर खेल रहे थे। इसके चलते उनका एक अंक काटा गया। अदामू ने इससे पहले 47 मुकाबलों में से 33 जीते थे। इनमें से 26 बाउट में तो उन्होंने विरोधी को नॉकआउट कर दिया था। पूर्व ओलिंपियन अदामू 1998 कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीत चुके थे।
अदामू ने कहा, “मैंने पूरी कोशिश की। मैच के लिए विजेंदर के वीडियो देखकर रणनीति बनाई थी लेकिन मुझे उम्मीद नहीं थी कि वे इतना अच्छा प्रदर्शन करेंगे। मैं उन्हें अगले बाउट्स के लिए शुभकामनाएं देता हूं।”