केरल को पांच विकेट से हराकर तमिलनाडु सेमीफाइनल मे
बी साई सुदर्शन (31 गेंद में 46 रन), कप्तान विजय शंकर (33 रन, 26 गेंद) और आर संजय यादव (32 रन, 22 गेंद) की पारियों की मदद से गत चैंपियन तमिलनाडु ने 182 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 19.3 ओवर में पांच विकेट पर 187 रन बनाकर जीत दर्ज की।
इससे पहले केरल ने विष्णु विनोद की 26 गेंद में सात छक्कों और दो चौकों की बदौलत 65 रन की पारी से चार विकेट पर 181 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज रोहन कुन्नुमल ने भी 43 गेंद में 51 रन का योगदान दिया।
टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरे केरल के सलामी बल्लेबाजों रोहन और मोहम्मद अजहरूद्दीन (15) को अच्छी गेंदबाजी के खिलाफ रन जुटाने में दिक्कत हुई। दोनों ने जब लय हासिल की तब लेग स्पिनर मुरुगन अश्विन (20 रन पर एक विकेट) ने अजहरूद्दीन को संदीप वारियर के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ दिया।
सचिन बेबी (33 रन, 32 गेंद) और रोहन ने दूसरे विकेट के लिए 46 रन जोड़े। बायें हाथ के स्पिनर संजय यादव (23 रन पर दो विकेट) ने रोहन को एन जगदीशन के हाथों स्टंप कराके तमिलनाडु को दूसरी सफलता दिलाई।
कप्तान संजू सैमसन खाता खोले बिना यादव का दूसरा शिकार बने।
विष्णु विनोद ने इसके बाद आक्रामक बल्लेबाजी का नजारा पेश किया। उन्होंने सिर्फ 22 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। विष्णु ने 18वें ओवर में तीन छक्कों के साथ 23 रन जुटाए।
केरल की टीम अंतिम तीन ओवर में 62 रन जोड़ने में सफल रही जिससे उसका स्कोर 17वें ओवर में तीन विकेट पर 119 रन से 181 रन तक पहुंच गया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए तमिलनाडु की शुरुआत अच्छी नहीं रही। तेज गेंदबाज केएम आसिफ ने जगदीश को सात रन के निजी स्कोर पर पवेलियन भेजा। सी हरि निशांत और साई सुदर्शन ने दूसरे विकेट के लिए 32 रन जोड़े। सुदेशन मिधुन ने निशांत को बोल्ड करके इस साझेदारी को तोड़ा।
साई सुदर्शन और विजय शंकर ने तेजी से 57 रन जोड़कर तमिलनाडु को वापसी दिलाई।
साई सुदर्शन के आउट होने पर क्रीज पर उतरे संजय यादव ने इसके बाद विजय शंकर के साथ मिलकर टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। संजय यादव हालांकि उस समय पवेलियन लौट गए जब टीम को जीत के लिए चार रन की दरकार थी।
शाहरूख खान ने दो छक्कों की मदद से नौ गेंद में नाबाद 19 रन बनाए जबकि एम मोहम्मद ने आसिफ पर छक्का जड़कर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया।