खेल डेस्क. भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट की सीरीज का पहला मैच विशाखापट्टनम में बुधवार से खेला जाएगा। मैच के लिए भारतीय टीम ने अंतिम एकादश की घोषणा कर दी। टीम में रोहित शर्मा को बतौर ओपनर शामिल किया गया। वे पहली बार टेस्ट में पारी की शुरुआत करेंगे। रोहित के चुने जाने पर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा- हम उन्हें समय देना चाहते हैं। कोहली ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि वे अगर 1-2 मैच में प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें बाहर कर दिया जाएगा। हम उन्हें लय में आने का पूरा समय देंगे और हम चाहेंगे कि वे जैसा भी क्रिकेट खेलना चाहते हैं, वैसा खेलें।’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘रोहित को कम से कम पांच टेस्ट में ओपनिंग करने का मौका मिलेगा, क्योंकि जब आप नंबर 6 और 7 से ओपनिंग करते हैं तो आपके लिए मुश्किल होता है। इस बात को समझने के लिए रोहित को पूरा मौका मिलेगा। हम उन्हें उस तरह देखना चाहते हैं, जो वीरू भाई (वीरेंद्र सहवाग) ने किया है।’
‘वीरू भाई की तरह वे भी लंबे समय तक क्रीज पर खड़े हो सकते हैं’
कोहली ने कहा, ‘हम रोहित से उस तरह की बल्लेबाजी की उम्मीद नहीं करते, जैसा वे सीमित ओवरों में करते हैं। हां, उनकी ताकत है कि वे गेम को आगे ले जा सकते हैं। वीरू भाई की तरह वे भी लंबे समय तक क्रीज पर खड़े हो सकते हैं। वीरू भाई को किसी ने नहीं बोला होगा कि लंच से पहले 100 रन पूरे करो, लेकिन जब आपके पैर जम जाते हैं तो फिर सामने वाले के लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है।’
रोहित ने शुरुआती दो टेस्ट में 2 शतक लगाए थे
रोहित ने 27 टेस्ट की 47 पारियों में 1585 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 39.62 का रहा। रोहित ने 3 शतक और 10 अर्धशतक लगाए। 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में पहला टेस्ट खेला था। उन्होंने पहली पारी में ही 177 रन की पारी खेली थी। मुंबई में खेले गए अगले मैच की पहली पारी में नाबाद 111 रन बनाए थे। इसके चार साल बाद उनके बल्ले से तीसरा शतक निकला। नागपुर में श्रीलंका के खिलाफ 2017 में पहली पारी में रोहित ने नाबाद 102 रन बनाए थे। तब से 5 टेस्ट में एक भी शतक नहीं लगाया।
Source: Dainik Bhaskar