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गुप्त सूचना पर पुलिस द्वारा की गयी छापेमारी के विरोध में सड़क जाम

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गुप्त सूचना पर पुलिस द्वारा की गयी छापेमारी के विरोध में सड़क जाम

थानाध्यक्ष के साथ मोबाइल पर गाली-गलौज और धमकी दी गयी.

सौरबाजार गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस द्वारा की गयी छापेमारी के विरोध में थानाध्यक्ष के साथ मोबाइल पर गाली-गलौज और धमकी दी गयी. जिसके बाद पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है.

मामला सौरबाजार थाना क्षेत्र के सूहथ पंचायत स्थित सिर्रही गांव से जुड़ा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार सौरबाजार पुलिस को थाना क्षेत्र के सिर्रही गांव में राणा यादव के घर हथियार और कुछ अनजान लड़की के होने सूचना प्राप्त हुई. जिसके बाद उसके घर की छापेमारी की गयी. उस समय पुलिस को राणा यादव घर पर नहीं मिला. कुछ देर के बाद सौरबाजार थानाध्यक्ष के मोबाइल नंबर पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली गलौज और धमकी देते हुए कहा कि बिना हमसे परमिशन लिए मेरे घर में क्यों छापेमारी की. उन्होंने विरोध में सड़क जाम करने की भी धमकी दी.

 

बुधवार सुबह राणा यादव ने अपने समर्थकों के साथ सौरबाजार-सोनवर्षाराज मुख्य मार्ग को भवटिया चौक के पास जमकर यातायात को पूरी तरह बाधित कर दिया और थाना अध्यक्ष के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे. सड़क जाम की सूचना पर सौरबाजार पुलिस और अंचलाधिकारी के पहुंचने के बाद जाम कर रहे लोग वहां से फरार हो गये. इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल के साथ राणा यादव और उनके कई सहयोगियों के घर पर छापेमारी की गयी. जिसमें आधा दर्जन से अधिक उसके सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है.

 

पुलिस को चोरी की बाइक समेत कई अवैध सामान भी बरामद होने की सूचना है. भपटिया, सुहथ, सिररही समेत कई गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिए गये और आपराधिक गतिविधि वाले लोगों के घरों में छापेमारी की गयी. जिससे क्षेत्र में पूरी तरह पुलिस की चहल कदमी देखी गयी. थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सिररही गांव में राणा यादव के घर छापेमारी की गयी थी. जिसके विरोध में उन्होंने मेरे मोबाइल नंबर पर मेरे साथ गाली गलौज और धमकी दी. जिसका सबूत मेरे ऑडियो रिकॉर्ड में है.

 

उसके आरोप में उन पर मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई की गयी है. उसके कई सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. उन पर भी मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जायेगी. मालूम हो कि इससे लगभग पांच वर्ष पूर्व राणा यादव के भाई नवीन यादव की भी पुलिस की पिटाई से मौत हुई थी. जिसके बाद भी उनके समर्थकों द्वारा भवटिया चौक पर पुलिस के विरोध में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया था.

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