
मारपीट व घर का सारा काम कराने के बाद कराता था देह व्यापार
सदर थाना क्षेत्र के बटराहा वार्ड नंबर 26/35 भारतीय नगर रेड लाइट एरिया स्थित एक मकान से बरामद हुई नाबालिग बच्ची ने पुलिस के समक्ष साथ घटी घटना की पूरी आपबीती बतायी है.
सहरसा. सदर थाना क्षेत्र के बटराहा वार्ड नंबर 26/35 भारतीय नगर रेड लाइट एरिया स्थित एक मकान से बरामद हुई नाबालिग बच्ची ने पुलिस के समक्ष साथ घटी घटना की पूरी आपबीती बतायी है. इस आधार पर पुलिस ने नाबालिग को देह व्यापार में धकेलने वाले नामित लोगों के खिलाफ सदर थाना में मामला दर्ज कर लिया है. दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, नाबालिग ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि उसकी उम्र लगभग 16 वर्ष है. वे नेपाल की रहने वाली है. उनके पिता राजमिस्त्री का काम करते हैं और मां गृहिणी है. वे चार बहन है. जिसमें तीन बड़ी बहन की शादी हो चुकी है. जिसमें एक बहन की शादी रक्सौल में हुई है. जिसका पति पेंटर का काम करता है. वहीं दूसरी बहन के पति भी रक्सौल के ही रहने वाले हैं और वे भी पेंटर का काम करते हैं. तीसरी बहन अनीता कुमारी की शादी दूधा गम्हरिया गांव में हुई है और उसके पति भी राजमिस्त्री का काम करते हैं.
माता पिता से बिछड़ने के बाद फंस गयी बिचौलिये के चंगुल में नाबालिग पीड़िता ने बताया कि लगभग 5 वर्ष पूर्व वे अपने पिता व माता के साथ नेपाल से पटना आयी थी. जहां ट्रेन छूट जाने के कारण वे माता-पिता से अलग होकर भटक गयी थी. रेलवे स्टेशन पर ही एक महिला और एक पुरुष से उसकी मुलाकात हुई. जिसने घर पहुंचा देने का आश्वासन देकर उसे अपने साथ सीतामढ़ी लेकर आ गये. जहां सीतामढ़ी जिले के बौआ टोला गांव निवासी बिल्लू खलीफा के पुत्र और देह व्यापार के धंधे में बिचौलिया का काम कर रहे मो लाडला के हाथों बेच दिया. मो लाडला उसे करीब दो वर्षों तक घर में रखकर काम करवाया. फिर उस नाबालिग को देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया. उसी दौरान अचानक सीतामढ़ी स्थित रेड लाइट इलाके में पुलिस की छापेमारी हुई थी. इसके बाद मो लाडला ने नाबालिग को किसी तरह छिपा कर सहरसा भेज दिया था. सहरसा में भी होता रहा शारीरिक शोषण सीतामढ़ी स्थित रेड लाइट एरिया में पुलिस छापेमारी के बाद बिचौलिया मो लाडला पुलिस के डर से नाबालिग बच्ची को अपने ससुर सहरसा जिले के सदर थाना क्षेत्र के बटराहा स्थित भारतीय नगर रेड लाइट एरिया निवासी एवं देह व्यापार का धंधा करवाने वाले बिचौलिया कारी खलीफा के पुत्र सिराज नट उर्फ सिकंदर नट के हाथों बेच दिया था. इसके बाद नाबालिग बच्ची बीते करीब दो वर्षों से सिराज नट के घर में कैद थी. जहां उसके साथ मारपीट कर उससे घर का सारा काम कराया जाता था.
घर का सारा काम करवाने के बाद उससे देह व्यापार कराया जाता था. सिराज नट के परिवार में उसकी पत्नी रहीमा खातून और उनकी बेटी ही रह रही थी. जहां रहीमा खातून देह व्यापार के धंधे में नाबालिग को ग्राहक से मिलने वाले रुपये भी छीन लेती थी. उसे सिर्फ खाना और साल में एक बार कपड़ा दिया जाता था. वहीं इतनी प्रताड़ना के बाद सिराज नट की पुत्री भी उसके साथ लगातार मारपीट करती रहती थी. वहीं नाबालिग ने बताया कि लगातार हो रही मारपीट और देह व्यापार से वह तंग और तबाह हो गयी थी. उसे अपने मां पिता की काफी याद आ रही थी, लेकिन सिराज नट के कैद से वह चाहकर भी नहीं निकल पा रही थी.
उसी दौरान सोमवार को मौका मिला और किसी से उसने फोन लेकर डायल 112 पर कॉल किया. जहां कॉल करने के बाद डायल 112 को अपनी पूरी आपबीती बतायी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते नाबालिग बच्ची को वहां से आजाद करा लिया. तीन पर दर्ज हुआ मामला, एक गिरफ्तार वहीं मामले को लेकर मंगलवार को मुख्यालय डीएसपी 2 कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया था कि डायल 112 पर कॉल आने के बाद एसपी हिमांशु के निर्देश पर उनके नेतृत्व में सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार, महिला थाना अध्यक्ष डोली रानी, टीओपी 2 प्रभारी सनोज वर्मा, पुलिस अवर निरीक्षक पुष्पम भारती सहित सखी वन स्टॉप सेंटर की टीम और चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम के साथ भारतीय नगर निवासी सिराज नट के घर पर छापामारी की गयी थी. इसमें नाबालिग बच्ची को बरामद किया गया था. इसे लेकर सदर थाना कांड संख्या 410/25 दर्ज कर ली गयी है. बच्ची को बालिका सुधार गृह कटिहार भेज दिया गया है. वहीं अभियुक्त सिकंदर नट उर्फ सिराज नट के साथ उसकी पत्नी रहीमा खातून व उसके दामाद मो लाडला के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है. जिसमें मुख्य अभियुक्त मो सिराज नट को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. वहीं अन्य की भी गिरफ्तारी जल्द कर