
‘कल 500 की दारू पी, आज 100 की पीते ही मर गए’, सहरसा में जहरीली शराब पर बवाल – SAHARSA HOOCH TRAGEDY
बिहार के सहरसा में कथित जहरीली शराब से एक बार फिर मौत हुई है. आखिर बिहार में शराबबंदी क्यों नहीं होती सफल?. पढ़ें पूरी खबर
सहरसा: शराबबंदी वाले बिहार के सहरसा से एक बार फिर जहरीली शराब का कहर सामने आया है. मामला बनगांव थाना क्षेत्र के बसदेवा गांव का है. जहां 38 वर्षीय ललन मुखिया की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि ललन ने दो दिनों से लगातार शराब का सेवन किया था, जिसके बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और अस्पताल ले जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई. हालांकि इसी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
ऑनलाइन पे कर मंगाई शराब: मृतक ललन मुखिया के परिजनों ने बताया कि वह पिछले दो दिनों से लगातार शराब पी रहा था. गुरुवार को उसने 500 रुपये की शराब ऑनलाइन खरीदी थी, जबकि शुक्रवार को भी उसने 100 रुपये की ऑनलाइन पे कर शराब पी. शराब पीने के लगभग एक घंटे बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. परिजन जब उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
सहरसा में जहरीली शराब पर बवाल: मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया. घटना के बाद गांव में आक्रोश फैल गया और आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराने की कोशिश की. पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम हटाया और शव को कब्जे में लेकर कागजी कार्रवाई पूरी कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सहरसा भेज दिया. कथित शराब की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया.
महिला से खरीदा था शराब: परिजनों का कहना है कि शराब गांव की एक महिला से खरीदी गई थी, जो पॉलिथीन में पैक करके इसे बेच रही थी. ललन ने शराब का भुगतान ऑनलाइन किया था. सुबह में शराब लाया और पिया भी. अभी भी एक पाउच शराब रखा हुआ है. उसी शराब पीने से उनकी मौत हो गई. इस घटना ने फिर से बिहार में शराबबंदी कानून की सख्ती और जहरीली शराब के अवैध कारोबार को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं.
“शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा. अगर ललन मुखिया की मौत जहरीली शराब के सेवन से हुई है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.” -आलोक कुमार, सदर एसडीपीओ