एनपीआर के कागजात मांगे तो नहीं दें लोग: कुशवाहा
पूर्व केंद्रीय मंत्री व रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने लोगों को एनपीआर से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी व कागजात नहीं देने की सलाह दी है। शनिवार को समझो समझाओ देश बचाओ यात्रा के दूसरे चरण की शुरूआत करने वे सहरसा पहुंचे।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तिवारी टोला चौक पर आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान लोगों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में एनपीआर को लेकर किसी भी प्रकार के कागजात नहीं देने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का समर्थन और विरोध करने वाले 75 फीसदी लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। उन्होने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून से पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के नागरिकों को देश की नागरिकता दी जाएगी। हमने विदेशियों को चाहे वो किसी भी देश के हों उनका ठेका नहीं लिया है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि सीएए और एनआरसी को लेकर केंद्र की भाजपा व बिहार की नीतिश कुमार भ्रम फैलाने में लगे हैं। संसद के दोनों सदनों में बिहार के मुख्यमंत्री ने विधेयक का समर्थन किया और अब एनआरसी नहीं लागू करने की बात कह रहे हैं। पहली बार जब 2003 में नागरिकता संशोधन बिल आया था तब भी और 2019 में भी नीतीश कुमार ने इसका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पहले एनआरसी के जरिए देश के 130 करोड़ लोगों से नागरिकता का सबूत मांगा जाएगा और जो अपने बाप दादा के खेत खलिहान का कागजात नहीं दिखा पाए उन्हें विदेशी घोषित कर दिया जाएगा। विदेशियों को देश की नागरिकता देने का कानून पहले से भी लागू था। लेकिन संशोधन के बाद एक ही बार में लाखों लोगों को नागरिकता दे दी जाएगी। इससे हमारा ही रोजगार छिन कर विदेशी नागरिकों को सुविधाएं दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बात हिन्दू व मुसलमान की नहीं है। सरकार अपने देश के लोगों को सुविधा देने की बजाए विदेशियों की चिंता कर रही है। मुसलमान के नाम पर देश के लोगों को भ्रम में डाला जा रहा है। इसके खिलाफ समझो समझाओ देश बचाओ यात्रा की शुरूआत की गयी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मुद्दे पर पार्टी आगामी 30 जनवरी को शिक्षा बचाने के लिए स्कूलों में मानव कतार लगाएगी। रालोसपा जिलाध्यक्ष शिवेन्द्र सिंह जीसू की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र नाथ, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष चंदन कुमार बागची, राजेश यादव, विनोद चौधरी निषाद, स्वीटी प्रिया, शशांक सुमन विक्की, गौरव सिंह, चंद्रमोहन सिन्हा, सी एम झा, बैजनाथ कुमार विमल, बबलू कुंवर, पप्पू सिन्हा, अमरेन्द्र कुमार रवि, सूरज कुमार, शंकर कुमार सहित अन्य थे।
Source-HINDUSTAN