मानव शृंखला में रहेगी जन भागीदारी
जल-जीवन-हरियाली, नशाामुक्ति के समर्थन में तथा बाल विवाह एवं दहेज प्रथा मिटाने के लिए 19 जनवरी को बनने वाली राज्य व्यापी मानव शृंखला को सफल बनाने के लिए जगह जगह जन जागरूकता रथ रवाना हुई। शुक्रवार को डीएम शैलजा शर्मा ने कलेक्टे्रट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रथ को रवाना किया।
प्रचार-रथ एलईडी स्क्रीन सहित प्रचार के नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित है। मानव शृंखला में जन भागीदारी के लिए शिक्षा विभाग द्वारा कला जत्थाओं में से एक कला जत्था इस प्रचार वाहन के साथ टैग रहेगी। प्रतिदिन तीन कार्यक्रम का प्रदर्शन कला जत्था के साथ प्रचार वाहन के द्वारा किया जाएगा। मानव शृंखला में व्यापक जन भागीदारी के उदेश्य से जन जागरूकता के लिए सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग द्वारा सभी जिलों में एक-एक प्रचार वाहन भेजा गया है।
वीडीयो कांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा: मानव शृंखला की तैयारियों को लेकर वीडीओ कांफ्रेसिंग के माध्यम से जिले कें प्रभारी सचिव नर्मदेश्वर लाल द्वारा जिले के सभी पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की गई। डीएम ने मानव शृंखला की तैयारियों के विषय में बताया कि जिले में 240 किलोमीटर लंबी मानव शृंखला बनेगी। जो मधेपुरा, सुपौल ओर खगड़िया जिले से जुड़ेगी। इसमें 81 किलोमीटर मृख्य मार्ग एवं 159 किलोमीटर उप मार्ग है। इसके अतिरिक्त हर वार्ड में वार्ड सदस्य के माध्यम से 100 व्यक्तियों की भी शृंखला बनेगी जिससे जिले का मानव शृंखला की लंबाई बढ़ेगी। तैयारियों के संबंध में माइक्रोप्लान तैयार किये गये हैं। 100 मीटर पर एक नोडल एवं 01 किलोमीटर पर एक जोनल पदाधिकारी नामित रहेंगे। कौन व्यक्ति कहां खड़े रहेंगे इसकी माइक्रो प्लानिंग की जा रही है। पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस, ग्लूकोज, ओआरएस की व्यवस्था के लिए निर्देश दिये गये हैं। व्यापक जन सहभागिता के लिए नारा लेखन, दीवाल लेखन, होर्डिंग, फलैक्स, कला जत्था, प्रचार रथ, स्टीकर के माध्यम से जन जारूकता की जा रही है। यातायात प्रबंधन की समुचित व्यवस्था रहेगी। सरकारी विद्यालयों, निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, एनजीओ एवं संस्थानों की सहभागिता करायी जा रही है।
एसपी राकेश कुमार ने कहा कि जिलान्तर्गत 81 किलोमीटर यातायात प्रबंधन लिए सभी जिलों से समन्वय कर व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों में चैकीदार के माध्यम से इस संबंध में कारवाई की जा रही है। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त राजेश कुमार सिंह, सिविल सर्जन डा. ललन कुमार सिंह, डीईओ जयशंकर ठाकुर सहित सभी पदाधिकारी मौजूद थे।
Source-HINDUSTAN