बिहार टॉकीज रोड पर बीच में नहीं लगेगा बिजली का खंभा
(पूर्णिया) लाइन बाजार स्थित बिहार टॉकीज रोड का निर्माण बिजली कंपनी और नगर निगम के बीच में फंसकर रह गया है। दोनों संस्थान इतने दिनों से ठीक से तय नहीं कर पा रहे कि निर्माण के बीच पोल का करना क्या है। लेकिन अब फैसला हो गया है। निगम ने समय को देखते हुए पुराने एस्टिमेट के आधार पर काम कराने का फैसला लिया है। मेयर सविता देवी ने बताया कि बिहार टॉकीज का निर्माण जल्द कराना है। इसलिए समय को बर्बाद नहीं किया जाएगा। पहले जो पैसा दिया गया है उसी के अनुसार अब काम करने के लिए बिजली कंपनी को कहा गया है। इधर बिजली कंपनी के कार्यपालक अभियंता नटवर गुप्ता ने कहा कि कांट्रेक्टर से बात हो गई है। दो से तीन दिनों के अंदर पोल गाड़ने का काम शुरू कर दिया जाएगा। दरअसल करीब तीन दशक से जर्जर पड़ी सड़क सड़क के निर्माण के लिए 3 नवंबर, 2018 को नींव का पत्थर गाड़ा गया। एक करोड़, 25 लाख, 91 हजार और 782 रुपए की लागत से बनने बिहार टॉकीज रोड के लिए तय किया गया कि शिलान्यास के छह महीने के अंदर तीन मई 2019 तक सड़क बन कर तैयार हो जाएगी। सड़क के निर्माण में करीब ढाई दर्जन बिजली के खंभे बाधा डाल रहे थे। बड़ी जद्दोजहद के बाद बिजली कंपनी ने निगम को एस्टिमेट दिया। इसके आधार पर निगम ने बिजली कंपनी के अकाउंट में 11 लाख, 39 हजार 203 रुपए ट्रांसफर कर दिए गए। बिजली कंपनी ने सारी कागजी प्रक्रिया को पूरा करते हुए वर्क ऑडर जारी कर दिया। कहा गया कि सभी बिजली के पोल को सड़क के किनारे पर करने का काम जल्द शुरू किया जाएगा। इसी बीच निगम की मेयर सविता देवी ने सड़क किनारे पोल से खतरा और शहर की सुंदरता के लिए सड़क के बीच में बनने वाले डिवाइडर में रेल पोल लगाने की योजना बनाई। बिजली कंपनी से नया एस्टिमेट मांगा गया। बिजली कंपनी ने रेल पोल लगाने के लिए 30 लाख का बजट दिया। इस बजट को देने से पहले निगम की सशक्त स्थायी समिति में नए एस्टिमेट का बकाया पैसा बिजली कंपनी को देने का प्रस्ताव भी पास कर दिया। अब मुश्किल ये हो गई है कि बिजली कंपनी के स्टोर में रेल पोल मौजूद नहीं है।
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