रूपौली उपचुनाव में वोटिंग जारी, कई बूथों पर लगी लंबी कतार; जानें अब तक कौन किसे आगे
रूपौली विधानसभा उपचुनाव में मतदाताओं का उत्साह और बड़ी संख्या में उम्मीदवारों की भागीदारी इसे खास बना रही है. एनडीए और महागठबंधन के प्रमुख उम्मीदवारों के बीच मुकाबला कड़ा है और निर्दलीय उम्मीदवारों की मौजूदगी ने इस चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है.
Rupauli By-Election 2024: बिहार के पूर्णिया जिले के रूपौली विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए आज मतदान हो रहा है. मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें देखी गईं. शाम छह बजे तक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. इस उपचुनाव में कुल 11 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला एनडीए उम्मीदवार जदयू के कलाधर प्रसाद मंडल और महागठबंधन की ओर से राजद उम्मीदवार बीमा भारती के बीच माना जा रहा है.
पहले दो घंटे में मतदान की स्थिति
रूपौली विधानसभा उपचुनाव के लिए पहले दो घंटे में, यानी सुबह नौ बजे तक, 9.23 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया और विभिन्न मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें लगीं. महिला मतदाता भी बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग कर रही हैं. इस प्रकार, पहले ही घंटे में चुनाव का माहौल गर्म हो गया था और मतदाताओं की भागीदारी ने इस उपचुनाव को महत्वपूर्ण बना दिया.
पहली बार मतदान करने वाले मतदाता
रूपौली विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में 3941 नए मतदाता पहली बार मतदान करेंगे. इनमें 1717 महिलाएं और 2226 पुरुष शामिल हैं। यह दिखाता है कि युवा और नए मतदाताओं में भी उपचुनाव को लेकर विशेष रुचि है और वे अपने क्षेत्र के भविष्य को लेकर गंभीर हैं.
उम्मीदवारों की स्थिति
रूपौली विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव में कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें मुख्य मुकाबला जदयू के कलाधर प्रसाद मंडल और राजद की बीमा भारती के बीच है. इसके अलावा, अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में राजपा के चंद्रदीप सिंह, भारतीय सार्थक पार्टी के राजीव कुमार, आजाद समाज पार्टी के रवि रोशन और निर्दलीय शंकर सिंह शामिल हैं. निर्दलीय उम्मीदवारों में लालू प्रसाद यादव, अरविंद कुमार सिंह, मो. शादाब आजम, खगेश कुमार और दीपक कुमार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
त्रिकोणीय मुकाबला
जदयू ने कलाधर प्रसाद मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो हाल में जदयू में शामिल हुए हैं. उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था. 2020 के चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे पूर्व विधायक शंकर सिंह इस बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे हैं, जिससे यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. शंकर सिंह के चुनावी मैदान में उतरने से इस उपचुनाव की रणनीति और भी जटिल हो गई है.