पूर्णिया तनिष्क लूटकांड: लुटेरों को पनाह देने वाले ने जब 3 लाख का इनाम जाना, तो आया ये ख्याल…
पूर्णिया में तनिष्क शोरूम में लूटपाट करने वाले अपराधी बंगाल जाकर एक युवक के यहां ठहरे थे. पुलिस ने जब इसे गिरफ्तार किया तो इसने कई राज उगले.
बिहार के पूर्णिया में बीते दिनों तनिष्क शोरूम में हुए लूटकांड मामले में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. अपराधियों को चिन्हित कर लिया गया है और अब इस लूट में लिप्त बदमाशों की धरपकड़ भी तेज हो गयी है. लूटकांड में गठित पुलिस की विशेष टीम ने दो और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कालिया चक थाना क्षेत्र के मोजमपुर बालुग्राम का मो सानिउल शेख शामिल है. पुलिस ने जब इससे पूछताछ की तो इसने कई राज उगले हैं. पुलिस को इसने बताया कि किस तरह इनाम की राशि जानकर इसका भी मन
CTV फुटेज खंगालकर बंगाल पहुंची पुलिस, धराया सनिउल शेख
पूर्णिया के तनिष्क शोरूम लूटकांड में अबतक आधा दर्जन अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. तनिष्क का मार्का लगा हीरे की अंगूठी समेत घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल वगैरह पुलिस ने बरामद किया है. पुलिस ने बिहार से सटे बंगाल के सीमावर्ती इलाके के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो कई सुराग हाथ लगे. जिसके बाद पुलिस सानिउल शेख तक पहुंची. जो सीसीटीवी में उन बदमाशों को रास्ता दिखा रहा था. फुटेज को ही खंगालती हुई पुलिस सानिउल शेख तक जा पहुंची.
लुटेरों ने सनिउल शेख के यहां ली थी शरण
तनिष्क ज्वेलरी लूटकांड में चुनमुन झा नाम के एक युवक का नाम सामने आया. इस सनिउल शेख ने पुलिस को बताया कि वो करीब तीन साल पहले दिल्ली में उससे मिला था. सनिउल शेख वहां राजमिस्त्री तो चुनमुन झा वहीं सरिया लगाने का काम करता था. तब से दोनों एकदूसरे से संपर्क में थे. सनिउल शेख ने पुलिस को बताया कि चुनमुन झा व पांच अन्य युवक तीन बाइक पर सवार होकर उसके पास पहुंचे थे. चुनमुन समेत दो युवकों के हाथ में जख्म था. दोनों का इलाज कराया गया. रात में सभी उसके ही घर पर रूके और पराठा सब्जी खाए. ये युवक अपनी बाइक वहीं रख गए और बैट्री रिक्शा से कहीं चले गए थे.
ईनाम की राशि जानकर पछताने लगा था सनिउल शेख
सनिउल शेख ने पुलिस को बताया कि जब उसने पूर्णिया लूटकांड के दूसरे दिन समाचार पत्रों के माध्यम से यह जाना कि इन सबके ऊपर ईनाम की घोषणा कर दी गयी है और अपराधियों का पता बताने वाले को पुलिस तीन लाख रुपए देगी तो उसे बहुत पछतावा हुआ. बताया कि अगर उसे पहले से इस इनाम के बारे में पता होता तो वो इन अपराधियों को पुलिस से पकड़वा भी देता. गौरतलब है कि पूर्णिया पुलिस ने अपराधियों के ऊपर तीन लाख रुपए का इनाम रखा हुआ था.