जयंती पर याद किए गए भिखारी ठाकुर
जयंती पर याद किए गए भिखारी ठाकुर
भोजपुरी भाषा के ‘शेक्सपीयर कहे जाने वाले लोक कलाकार भिखारी ठाकुर की जयंती पर बुजुर्ग समाज तथा साहित्यांगन के सदस्यों ने उन्हें श्रद्धापूर्वक याद किया। इस अवसर पर बुजुर्ग समाज के अध्यक्ष भोला नाथ आलोक ने कहा कि भिखारी ठाकुर एक गीतकार, नाटककार तथा लोक कलाकार के साथ साथ युग चेतना के संवाहक थे। अपनी रचनाओं से उन्होंने भोजपुरी साहित्य को समृद्ध किया। विदेसिया, बेटी बेचवा, भाइ विरोध, कलयुग प्रेम एवं विधवा विलाप आदि उनकी प्रमुख एवं मौलिक रचनाएं हैं, जिनमें विदेसिया और बेटी बेचवा को राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति मिली जबकि बिदेसिया पर फिल्म भी बनी है। ऐसे लोक कलाकार एवं गीतकार पर देश को गर्व है। उन्हें याद करने वालों में भोला नाथ आलोक, डा. राम नरेश भक्त, शिव नारायण शर्मा व्यथित, डा. नीलांबर सिंह, ए. हसन दानिश,गौतम वर्मा, नित्यानंद कुमार, डा. सुवंश ठाकुर अकेला, अशोक सिंह गनवरिया, अतुल मल्लिक अनजान, नरेश कुमार, अनंत लाल यादव एवं केदार नाथ साह आदि शामिल थे।
source hindustan