रुलाने लगी है प्याज की बढ़ती कीमत
शहर में प्याज को लेकर आज का बाजार बड़ा परेशान देखा गया। कई दुकानों पर ग्राहकों ने दुकानदारों से बहस भी करते नजर आए। प्याज के मंहगाई के कारण फिर ग्राहकों के आंसू निकलने शुरू हो गए हैं। बिना प्याज सब्जी से स्वाद भी गायब हो रहा है। जो प्याज छठ से पहले 40 से 50 रुपए प्रति किलो था। वही प्याज छठ के समाप्त होते ही दूसरे दिन से मंडी में इसकी कीमत 80 रुपया प्रति किलो पहुंच चुकी है।
भट्ठा सब्जी मंडी के सब्जी विक्रेता दीपक कुमार ने बताया कि स्टॉक नहीं होने के कारण प्याज की कीमत अधिक हो गई है। डिमांड के हिसाब से प्याज की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसी कारण प्याज की कीमतों में तेजी आयी है। सब्जी विक्रेता मोहन राय ने बताया कि नासिक में आए बाढ़ के कारण प्याज की फसल बहुत हद तक बर्बाद हो चुकी है। जिस कारण प्याज की प्रचूरता बाजार में नहीं होने के कारण सप्लाई कम है, लेकिन डिमांड में कोई कमी नहीं है। जिस कारण प्याज की कीमत दोगुनी हो चुकी है। मधुबनी के पप्पू ने बताया कि अभी जो प्याज बाजार सस्ते दर में उपलब्ध है वे सभी प्याज इंदौर से लाए जाते हैं। वहां भी पैदावार अच्छी है। लेकिन डिमांड पूरी करने में असफल है। प्याज के प्रमुख उत्पादक राज्यों में महाराष्ट्र और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बाढ़ पहले भी आ चुकी है। प्याज खरीदने पहुंचे प्रशांत कुमार एवं राज कुमार सिंह ने बताया कि मुर्गी से ज्यादा कीमत मसाले का हो चुका है। ऐसे में गरीबों को तो छोड़िये हम मिडिल क्लास लोगों को क्या होगा। सरकार को इसकी कालाबाजारी पर रोक लगानी चाहिए।
स्रोत-हिन्दुस्तान