‘मुझे मेंटल टॉर्चर किया जा रहा..’ फिर से धमकी मिलने पर बोले पप्पू यादव- ‘मेरे नाम की सुपारी..’
पप्पू यादव का कहना है कि एक बार फिर से मुझे धमकी दी गई है. मुझे मारने की सुपारी दे दी गई है.
पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली है. इस बार पप्पू यादव के निजी सचिव मोहम्मद सदीक आलम को दिल्ली में व्हाट्सएप मैसेज कर धमकी दी गयी है. इस बाबत पप्पू यादव के निजी सचिव मोहम्मद सादिक आलम ने दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करवायी है. जिसमें उन्होंने कहा कि 7 तारीख की रात 2:25 और सुबह 9:49 बजे उन्हें धमकी का मैसेज आया था.
पप्पू यादव को फिर मिली धमकी: लॉरेंस बिश्नोई के द्वारा पप्पू यादव को पिछले दिनों मिली धमकी के बाद मामला सुर्खियों में आया था. इसके बाद पूर्णिया पुलिस ने इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. कुछ दिन मामला शांत होने के बाद एक बार फिर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को एक बार फिर कथित लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिली है. इस बार सांसद पप्पू यादव के निजी संसदीय सचिव मोहम्मद सदीक आलम को दिल्ली में व्हाट्सएप मैसेज कर धमकी दिया गया है.
“व्हाट्सएप चैट में धमकी देने वाला कहता है कि 6 आदमी को पप्पू यादव को मारने की सुपारी मिली है. धमकी देने वाले ने तुर्की मेड एक पिस्टल भी चैट में डाला है कि इसी पिस्टल से मारेंगे. आखिर कौन लोग हैं जो इस तरह का काम कर रहे हैं. बार-बार मुझे धमकी मिल रही है. इसको लेकर 6 बार प्राथमिकी दर्ज करवाया.”- पप्पू यादव, पूर्णिया सांसद
पूर्णिया सांसद का गंभीर आरोप: पप्पू यादव ने आगे कहा कि डीजीपी, आईजी, एसपी से लेकर गृह मंत्री तक इसकी सूचना दी. आखिर वैसे लोगों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हो रही है.धमकी देने वाला व्यक्ति साफ तौर पर बताता है कि उसके ऊपर किसका हाथ है. कौन है जो इन्हें सपोर्ट कर रहे हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इसके पीछे राजनीति है या सिस्टम इसका खुलासा होना चाहिए.
‘मलेशिया और से मिली धमकी’: वहीं एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाबत पूछे जाने पर पप्पू यादव ने कहा कि कई लोग ऐसे हैं, जो बार-बार धमकी दे रहे हैं. मलेशिया से मयंक सिंह फिर अमन साहू गिरोह समेत कई लोगों ने धमकी दिया है. साथ ही उन्होंने नेपाल के नंबर से भी धमकी मिलने की बात कही है. पप्पू यादव ने कहा कि वह सच के साथ हमेशा रहे हैं और हमेशा रहेंगे. किसी की धमकी देने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है. गलत में वह भगवान से भी नहीं डरते. अब देखना यह है कि प्रशासन कब तक कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा करती है.