बाल दिवस पर याद किए गए चाचा नेहरू.
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों व संस्थानों में बाल दिवस के रूप में मनाया गया। जहां पंडित नेहरू के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके जीवनी एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। बाल दिवस का मुख्य समारोह प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय महेंद्रपुर में प्रधानाध्यापक प्राणमोहन झा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। कार्यक्रम में सर्वप्रथम पंडित नेहरू को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया गया। इस अवसर पर बाल संसद के प्रधानमंत्री मो. हसनैन और मो. महबूब आलम एवं मीना मंच की बहन मनीषा कुमारी द्वारा संयुक्त रूप से केक काटा गया। तत्पश्चात बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित हुई। जिसमें सफल छात्र-छात्राओं के बीच पारितोषिक वितरण किया गया। चित्रांकन प्रतियोगिता में शमा प्रवीण (प्रथम) रोहन कुमार (द्वितीय) आंचल कुमारी (तृतीय) घोषित किए गए। जबकि निबंध प्रतियोगिता में पायल कुमारी (प्रथम) स्वीटी कुमारी (द्वितीय) व कैफी कुमारी (तृतीय) घोषित किए गए। आधुनिक भारत निर्माण में पंडित नेहरू की भूमिका पर आयोजित परिचर्चा में मो हसनैन को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिला। कार्यक्रम के सफल संचालन में आशुतोष कुमार, भवेश कुमार ठाकुर, उपेंद्र कुमार, पवन कुमार सिंह, मो आफताब आलम, अजय मंडल, धीरेंद्र कुमार, मनोहर कुमार आदि की सक्रिय भूमिका रही। वहीं दुसरी ओर प्रखंड के केजीपी उच्च माध्यमिक विद्यालय भोगा भटगामा मे प्रधानाध्यापक मो अनवारूल हक की अध्यक्षता मे बाल दिवस को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानाध्यापक मो अनवारूल हक ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से बहुत लगाव था। इनका मानना था कि बच्चे इस देश के भविष्य हैं। देश का भविष्य सुधारना है तो बच्चों को हर हाल में शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ा जाए। जिससे कि ये बच्चे बड़े होकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करने के बाद देश के विकास में अपना सकारात्मक योगदान देने में सक्षम हो सके।
स्रोत-हिन्दुस्तान