मुख्य नाला के डीपीआर को एप्रूवल का है इंतजार
नगर निगम क्षेत्र में बनने वाले बहुप्रतीक्षित मुख्य नाले का रास्ता अभी तक साफ नहीं हुआ है। वुडको ने निगम क्षेत्र के सर्वे के बाद डीपीआर तैयार किया है। लेकिन इस डीपीआर को विभाग से अभी तक एप्रूवल नहीं मिला है। दो फेज में बनने वाले इस मुख्य नाले पर कुल 667.83 करोड़ रूपए खर्च किया जाएगा।
वुडको ने 2018 के अंत में और 2019 के शुरू के दिनों में निगम क्षेत्र का सर्वे कर डीपीआर तैयार किया था। एप्रूवल के इंतजार मे अटके डीपीआर के अनुसार नगर निगम क्षेत्र में 85406.4 मीटर लंबा नाला बनाया जाएगा। इस पर कुल 667.83 करोड़ रुपए खर्च होगा। इसका निर्माण दो फेज में होगा। पहले फेज में 49120.72 मीटर लंबा नाला बनाने की योजना है। पहले फेज में बनने वाले नाले पर 273.49 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। उसके बाद दूसरे फेज का काम शुरू होगा। इस फेज में 36285.68 मीटर लंबे नाले का निर्माण होगा जिस पर 394.34 करोड़ रुपए खर्च किए होंगे। आपको बतादें कि ड्रेनेज और सीवरेज के लिए 2005 में भी सर्वेक्षण कराने कराने के बाद 80 करोड़ का डीपीआर भी तैयार हुआ था। लेकिन सर्वे कराने वाली कंपनी डीपीआर पर आपत्ति जताते हुए वापस लौट गई। इसके बाद डीपीआर का बजट बढ़ा कर करीब डेढ़ अरब किया गया। किसी कारण उस वक्त भी काम शुरू नहीं हो सका था।
मेयर सविता देवी कहती हैं कि मुख्य नाले का डीपीआर फरवरी में ही तैयार हो गया था। विभाग को इसके एप्रूवल के लिखा गया है। उसके बाद भी कई बार कोशिश की गई है। उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही विभागीय स्वीकृति मिल जाएगी और उसके टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।