पूर्णियावासी ने फीजी में मनाया महापर्व छठ.
लोक आस्था के महापर्व छठ की छटा देश ही नहीं विदेशों में बिखरती है। जितनी आस्था से देश में लोग छठ मनाते हैं उतने ही आस्था से विदेशों में रहने वाले भारतीय खास कर बिहारी आस्था के साथ पर्व को मनाते हैं। ऐसा ही एक परिवार फीजी में रहता है। जिसने आस्था के इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाया। वो बताते हैं कि रग्बी के इस देश में लोग त्योहार मनाने में उनकी खूब मदद करते हैं।
पूर्णिया रजनी चौक के रहने वाले संतोष कुमार सिंह पत्नी रंजीत देवी और तीन बच्चों के साथ चार साल से फीजी में रह रहे हैं। संतोष कुमार सिंह बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ मैनेजर हैं। वहां उनका ये अंतिम साल है। रजनी चौक पर रहने वाले राणा प्रताप सिंह कहते हैं कि उनके भैया और भाभी के अलावा करीब तीस ऐसे परिवार वहां पर है जो फीजी में छठ मनाते हैं। संतोष कुमार तीसरी बार फीजी में छठ मना रहे हैं। छठ संपन्न होने के बाद संतोष कुमार सिंह ने फोन पर बताया कि करीब तीन परिवार वहां पर ऐसे हैं जो छठ मनाते हैं। वहां की प्रशासन और स्थानीय लोग भी इसमें खूब मदद करते हैं। वो बताते हैं कि पड़ोसियों को इसमें बड़ा मजा आता है। वो लोग तो मांग कर प्रसाद खाते हैं। पूजा सामग्री के बारे में वो कहते हैं कि ठेकुआ तो घर में ही बनाते हैं। बाकी चीजें बाजार में उपलब्ध हैं। सिर्फ फल के मामले में कमी खलती है। पानी फल सिंघारा और सुथनी जैसे फल वहां पर नहीं मिलते हैं। बाकी सब मिल ही जाता है। वो कहते हैं सबसे बड़ी बात ये है कि विदेश भी हम आसानी से छठ मना लेते हैं और अपने देश की संस्कृति को खुद भी जीते हैं और अपने विदेशी पड़ोसियों को भी उसके बारे में बताते हैं। चीफ मैनेजर के छोटे भाई राणा प्रताप सिंह कहते हैं कि उनके भैया सिर्फ छठ ही नहीं दूसरे भारतीय त्योहार भी मनाते हैं। ये वहां पर उनका आखिरी साल है। तीन महीने बाद वो लौट आएंगे उसके बाद पूर्णिया में ही छठ मनाएंगे।
स्रोत-हिन्दुस्तान