बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर कार्यशाला आयोजित.
लड़की अब बोझ नहीं रही किसी परिवार के लिए। लड़की अब लड़कों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। हर क्षेत्र में लड़की लड़कों से अच्छा काम कर रही है। उक्त बातें अल-अमान एजुकेशन सोसाइटी मिर्जाबाड़ी के अध्यक्ष डा. इब्राहिम बुखारी ने जामिया फातमा तुज जहरा लिलबनात मिर्जाबाड़ी में रविवार को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में कहीं। उन्होंने कहा कि आज के समय में स्त्री शिक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है। घर की बेटी अगर पढ़ लिखकर उंचे अहोदे में पहुंचती है तो वे सिर्फ माईके ही नहीं बल्कि ससुराल का मान भी बढ़ती है। आज की महिलाओं का योगदान परिवार एवं समाज में काफी बढ़ा है। अब भी कुछ अंधविश्वास व अज्ञानता के कारण कुछ जगह महिलाओं की स्थिति एवं सुधार के प्रति लोगों को जागृत होना है। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य लोगों की मानसिकता में बदलाव लाना व महिला सुरक्षा एवं नारी सशक्तिकरण है। वहीं अन्य वक्ताओं ने भी बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि माता शत्रु पिता बैरी के समान है जो अपनी बच्चियों को नहीं पढ़ाती है। कार्यशाला का शुभारंभ छात्राओं द्वारा स्वागत गान से किया गया। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व छात्राएं उपस्थित थे।
HINDUSTAAN