बैसा प्रखंड के खंडहर भवन में होने लगा साँपो का बसेरा
बैसा प्रखण्ड मुख्यालय परिसर में वर्षो पहले बने भवनों का हाल शायद ही यहां आने वालों की आखों की छुपा होगा। इस परिसर में प्रखंड, अंचल, स्वास्थ्य विभाग आदि के पदाधिकारियों से लेकर कर्मियों के आवास के लिए वर्षो पहले बनाए भवन आज अपनी दास्तां बयान कर रहे हैं। विगत पांच वर्षों से इस परिसर के अधिकतर भवनों की हालत इतनी बदतर हो गयी है कि ये भवन खंडहर में तब्दील हो गए हैं। और इन भवनों में जहा वर्षो से सरकारी कर्मी रहते आ रहे थे आज इनमें सांपो का बसेरा है। प्रखंड परिसर से सटे रौटा पंचायत के गांधीनगर ग्रामीणों की अगर मानें तो उन्होंने कई बार इन भवनों में कई प्रकार की प्रजाति के सांपो को आते-जाते देखा है। भवन उपलब्ध नही रहने के कारण जहां कुछ कर्मी रौटा में किराये के मकान में रह रहे है वही कुछ कर्मी तो प्रतिदिन पूर्णिया से आ जा रहे है। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी रणधीर कुमार ने बताया कि उक्त भवन की बदहाली को लेकर उच्च पदाधिकारियों को सूचित किया गया है। इसको लेकर कई बार भवन निर्माण विभाग के लोग आए भी और नापी भी कर चुके हैं। पर भवन मरम्मति कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ है। आम लोगो के अनुसार प्रखंड परिसर में सरकारी आवास में कर्मियों का रहना फायेदमंद होगा क्योंकि चौबीस घंटे कर्मियो के परिसर में रहने से क्रियाकलाप बेहतर व संतोषप्रद होंगे। वरीय अधिकारियों को इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए।
स्रोत-हिन्दुस्तान