पांच वर्षों से अधूरे आंगनबाड़ी केंद्र को है उद्धारक का इंतजार
लगभग साढ़े सात की लागत से 2014 से बन रहा बैसा प्रखंड के बलुआगोस्तरा पंचायत स्थित मोनीटोला गांव में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 145 का भवन अभी तक अधूरा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य ग्राम पंचायत द्वारा किया जा रहा था और एक साल के अंदर भवन निर्माण कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया था। लेकिन 5 साल बीतने के बाद भी पंचायत में आंगनवाड़ी भवन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। हालत यह है कि छोटे-छोटे नौनिहाल जर्जर एवं अधूरे भवन के कारण गांव में ही किराए के कमरे में पढ़ने पर मजबूर हैं। भवन निर्माण स्थल पर प्राक्कलन बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। विभागीय अधिकारी भी बच्चों की परेशानी से बेखबर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि दीवारों पर न तो छपाई हुई है और न ही फर्श का काम हुआ है। वहीं दरवाजे भी नहीं लगाए गए हैं। अब तो दीवारों पर घास उग आए हैं। केन्द्र में न तो शौचालय और न ही चापाकल की भी कोई व्यवस्था की गई है। केंद्र की सेविका रफत फातमी ने बताया कि मोनीटोला से उक्त केंद की दूरी बहुत अधिक है। जिसके कारण छोटे बच्चे वहां जाना नहीं चाहते है और मजबूरन निजी कमरे में किराये पर केंद्र का संचालन किया जा रहा है। वही सीडीपीओ मंजू कुमारी ने बताया कि क्षेत्र में अभी भी दर्जनों आंगनबाड़ी केंद्र अर्धनिर्मित रहने के कारण किराये पर केंद्र का संचालन किया जा रहा है। जिसकी रिपोर्ट समय समय पर विभाग के उच्चस्तरीय पदाधिकारी को भेजी जाती है। बैसा बीडीओ रणधीर कुमार ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। जल्द ही जांच कर शेष बची राशि अभिकर्ता को देकर अधूरा कार्य पूरा कर लिया जायगा।फोटो- 6 बैसा प्रखंड के मोनीटोली गांव स्थित अधूरा आंगनबाड़ी केन्द्र.
स्रोत-हिन्दुस्तान