
नगर निगम क्षेत्र में भी बांस बल्ले के सहारे बिजली जलाने को मजबूर हैं लोग
(पूर्णिया) जिले में अमूमन सभी जगहों पर बिजली के तार जर्जर हैं लेकिन इसके बावजूद भी बिजली द्वारा जर्जर तार को बदलने में सुस्ती ही बरती जा रही है। महज एक साल के दौरान जर्जर बिजली के तार की वजह से एक दर्जन से अधिक जगहों पर अगलगी की घटना हुई। इसमें 15 लाख से अधिक क्षति हुई एवं दो लोगों की मौत भी हो गई। बिजली विभाग की घोर लापरवाही का ही नतीजा है कि जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर की दूरी पर लोग बांस-बल्ले के सहारे बिजली जलाने को मजबूर हैं। जबकि ऐसे कई मोहल्लें हैं, जहां पांच-पांच सौ लोग कंज्यूमर बने हुए हैं। इसके बावजूद भी बिजली विभाग द्वारा बिजली के पोल नहीं लगाए जा रहे हैं। शहर के माधोपाड़ा, बरबन्ना, मरंगा, ललचौनी घाट, रामघाट, मिल्की समेत कई अन्य जगहों पर लोग अभी बांस-बल्ले के सहारे बिजली जलाने की विवश हैं।
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