किसानों की कर्जमाफी को लेकर माकपा का धरना
किसानों की कर्जमाफी के साथ उनके उत्पादन का मूल्य लागत के हिसाब से तय करने का अधिकार किसानों को देने, बाढ़, सुखाड़ का स्थायी समाधान करने और परिवहन विभाग द्वारा वसूले जा रहे मनमाने अर्थ दंड वसूली पर रोक लगाने समेत कई अन्य मांगों को लेकर माकपा की जिला कमेटी ने शनिवार को थाना चौक के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया। धरना के उपरांत संगठन का एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी राहुल कुमार से मिला और उन्हें मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंप अनुकूल पहल करने की मांग की।जिला कमेटी के आह्वान पर आयोजित माकपा के धरना में काफी संख्या में किसान, मजदूर और छात्रों ने भाग लिया। धरनार्थियों को संबोधित करते हुए जिला पार्षद कामरेड राजीव कुमार सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में गरीब, किसान और मजदूर तबके के लोग बेचैनी की हालात का सामना कर रहे हैं। इनकी समस्याओं को सुनने और समझने वाला कोई नहीं है। बेरोजगारी की स्थिति ऐसी है कि बीटेक और पीएचडी डिग्री धारी छात्र व छात्राएं चपरासी के पद आवेदन करने को विवश हैं। जनता की समस्याओं का समाधन नहीं किया जा रहा है, सिर्फ सामाजिक स्तर पर भेदभाव बढ़ाने वाले कार्य हो रहे हैं, इससे सामाजिक सौहार्द का वातावरण बिगड़ रहा है। देश के हर कोने से सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठ रही है। जिलामंत्री सुनील कुमार सिंह ने कहा कि देश फासीवाद के खतरे से जूझ रहा है। वर्तमान समय में भाजपा की सरकार जनता की मूल समस्याओं को दरकिनार कर पुलिस व सेना के बल पर जनाक्रोश को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक मुद्दे पर सरकार पूरी तरह फेल है। सिर्फ भावात्मक मुद्दों की राजनीति कर देश को गुमराह किया जा रहा है। संगठन के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा भाजपा सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को रसातल में पहुंचा दिया है। सिर्फ उद्योगपतियों के कर्ज माफ किये जा रहे हैं, किसानों को पूछने वाला कोई नहीं है। धरना के उपरांत संगठन के शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में किसानों की कर्जमाफी के साथ उनके उत्पादन का मूल्य लागत के हिसाब से तय करने का अधिकार किसानों को देने, बाढ़ सुखाड़ का स्थायी समाधान करने, परिवहन विभाग द्वारा वसूले जा रहे मनमाने दंड वसूली पर रोकने, पूर्णिया कटिहार एनएच-31 के लिए अधिग्रहित जमीनों का उचित मुआवजा तय करने, रानीपतरा बेसिक स्कूल के क्रीड़ा मैदान को भू माफियाओं के चंगुल से बचान व रेलवे द्वारा मुख्य सड़क के जाम को देखते हुए रेलवे द्वारा फुट ओवर ब्रिज बनाना शामिल है। धरना कार्यक्रम में मधुसूदन ऋषि, सुचिन यादव, शिबो सिंह, नारायण राम, चंदन उरांव और शंकर ऋषि समेत काफी संख्या में संगठन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।