कलश स्थापित कर की मा शैलपुत्री की
पूर्णिया। कलश स्थापना के साथ रविवार से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गया। पहले दिन सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी। सभी ने माता शैलपुत्री की पूजा कर मनोकामनाएं मांगी। भक्तों के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गूंजता रहा। हालांकि बारिश के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूजा को लेकर जिला मुख्यालय के भट्ठा बाजार, मधुबनी, कोर्ट स्टेशन, खुश्कीबाबाग सहित अन्य मंदिर को रंग-रोगन किया गया है। मंदिर के अंदर फूलों से सजाया गया है। पूजा स्थलों पर भव्य पंडाल का निर्माण कार्य भी जारी है। मान्यता है कि इस नौ दिनों में जो भी सच्चे मन से मां दुर्गा की पूजा करते है उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। बताते चलें की नवरात्र नौ दिनों तक मनाया जाता है। जिसमें नौ दिनों तक देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। श्रद्धालु नौ दिनों तक व्रत रखते हैं। पहले दिन कलश स्थापना की जाती है और फिर अष्टमी या नवमी के दिन कुंवारी कन्याओं को भोजन कराया जाता है। नवरात्र के आखिरी चार दिनों यानी की षष्ठी से लेकर नवमी तक दुर्गा उत्सव मनाया जाता है। बारिश की वजह से कुछ बाजार में खास हलचल नहीं दिख रही है। शाम के समय ग्राहक पूजा और फलहारी के सामान को खरीदारी करते हुए दिखे। बारिश के कारण बाजार में नाम मात्र की दुकानें खुली थीं।
स्रोत-दैनिक जागरण