महागठबंधन कार्यकर्ता निकालेंगे आक्रोश मार्च
विभिन्न समस्याओं को लेकर महागठबंधन के कार्यकर्ताओंे की एक बैठक कांग्रेस कार्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह यादव ने की। बैठक में बिहार की छह समस्याओं सहित लोकल मामले को प्रमुखता से उठाने का निर्णय लिया गया। आमलोगों के लिए दवाई, सिंचाई, कमाई, पढ़ाई, सुनवाई, कार्रवाई की गिरती व्यवस्था पर महागठबंधन के सभी दलों के कार्यकर्ताओं ने चिंता जतायी। इन समस्याओं को लेकर 13 नवंबर को राज्य के सभी जिले में महागठबंधन द्वारा एक दिवसीय आक्रोश मार्च निकालने का निर्णय लिया गया है। महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने एक स्वर से आक्रोश मार्च को सफल बनाने का संकल्प लिया।
साथ ही स्थानीय मामले प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय, मनरेगा, जर्जर सड़क, मजदूरी भुगतान में लापरवाही, अफसरशाही सहित अन्य मामलों को लेकर संघर्ष का निर्णय लिया गया। जिलाध्यक्ष श्री यादव ने कहा कि बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है। सरकारी योजनाओं को कागज पर संचालित किया जा रहा है। लोजद जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद यादव ने धान क्रय केन्द्र पर धान खरीद के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की। वीआईपी के जिला उपाध्यक्ष उत्तमलाल मुखिया कहा कि केन्द्रीय स्कूल के लिए बिहार सरकार ने जिले में जमीन उपलब्ध नहीं कराया। मौके पर प्रदेश संगठन सचिव मो. इफ्तेखार, मृत्युजंय मेहता, सीताराम कुशवाहा, अभिषेक कुशवाहा, संदीप प्रकाश, श्यामाकांत यादव, कमलेश्वरी मुखिया, राजद महासचिव अभिनंदन यादव, सीपीआई के दिलीप पटेल, मिथिलेश मेहता, पवन महतो, मो. मिंटू आदि मौजूद रहे।