आश्वासन के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिली सड़क
आश्वासन के बाद भी ग्रामीणों को नहीं मिली सड़क
प्रखंड क्षेत्र के रेसना पंचायत के वार्ड नंबर 12 व बिशवारी पंचायत के वार्ड नंबर एक कनिक मनिक टोला के ग्रामीणों को रास्ता नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऊपर से गांव के सटे अरार सुरसर नदी में पानी बढ़ जाने से लोगों के घर के चारों तरफ और प्राइवेट रास्ता जिस होकर लोग आजादी के बाद से चल फिर रहे हैं, उस पर तीन-चार फीट पानी हो जाने से लोगों को खेत खलियान, प्रखंड कार्यालय, कोई बीमार पड़ जाय, तो उनका इलाज कमर भर पानी में पार कर गांव से निकलना पड़ता है. बाजार से किराना सामान, राशन, साग-सब्जी की खरीदारी के लिए भी ग्रामीणों को कमर भर पानी पार कर जाना पड़ता है, लेकिन इनके आवागमन के लिए अब तक सड़कें नहीं बन सकी है. जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक नहीं हैं गंभीर
लगभग पांच माह पूर्व सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने की घोषणा की थी, लेकिन पदाधिकारी, जनप्रतिनिधियों ने गांव आकर आश्वासन दिया था कि सड़क की मापी करा सड़क का निर्माण शीघ्र करा दिया जायेगा. ग्रामीणों का कहना है कि यदि सड़क का निर्माण कराया जाता, तो आज हमलोग सभी ग्रामीणों को कमर भर पानी पार नहीं करना पड़ता, लेकिन इस गांव को देखने वाला कोई नहीं है. कई बार प्रखंड कार्यालय व अनुमंडल कार्यालय के अलावा विधायक और सांसद से गुहार लगाये, लेकिन रेसना पंचायत वार्ड नंबर 12 और विशवारी पंचायत वार्ड नंबर एक कनिक मनिक टोला के लगभग सात सौ आबादी वाले टोले में सड़क का निर्माण के लिए कोई गंभीर नहीं हो रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि वोट के समय सभी दल के लोग भरोसा देकर चले जाते हैं, लेकिन सड़क निर्माण कराने का प्रयास कोई नहीं करता, फिर पांच वर्षों बाद ही दर्शन देने आते हैं. मौके पर सीताराम शर्मा, शिवन शर्मा, अरुण शर्मा, राजो शर्मा, चितरंजन शर्मा, शिवन शर्मा, शिवजी शर्मा, रंजीत शर्मा, देबो शर्मा, ललिता देवी, मीना देवी, देवकी देवी, राधा देवी, मानती देवी, शीला देवी, कैलू शर्मा आदि मौजूद थे.