मधेपुरा सदर अस्पताल में बनी आइसीयू तीसरी बार चालू होगी। जिलाधिकारी नवदीप शुक्ला ने जल्द शुरू करने का निर्देश दिया है।
सदर अस्पताल परिसर में वर्ष 2010 में 42 लाख की लागत से आइसीयू बनाई गई थी। अत्याधुनिक आइसीयू को वर्ष 2016 में तत्कालिक जिलाधिकारी मु. सोहैल ने आम जनता के लिए शुरू कराई थी, लेकिन खुलने के एक माह बाद ही आइसीयू बंद हो गई थी। बंद आइसीयू को फिर से चालू करने को लेकर भवन का जीर्णोद्धार कार्य शुरू करवाया जा रहा है। ताकि एक सप्ताह के अंदर चालू की जा सके।
जानकारी हो कि अस्पताल परिसर स्थित आइसीयू भवन का निर्माण कार्य वर्ष 2010 में पूरा हो चुका था, लेकिन आवश्यक उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं कराए जाने के कारण उसे शुरू नहीं की जा सकी। वर्ष 2014 में बीएमएसआइसीएल द्वारा सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध करा देने के बावजूद यह कहकर स्वास्थ्य प्रशासन ने चालू नहीं किया कि विशेषज्ञ चिकित्सक और प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है। इसके दो वर्ष बाद वर्ष 2016 में तत्कालिक जिलाधिकारी ने बंद पड़ी आइसीयू को उद्घाटन कर आम जनता के लिए खुलवाया। खुलने के एक माह बाद ही फिर आइसीयू को बंद कर दिया गया। बीच में एक बार और किसी प्रकार आइसीयू चालू की गई थी, लेकिन चल नहीं सकी। बंद होने के बाद उक्त भवन को स्वास्थ्य प्रशासन ने कुछ दिनों तक सभा भवन के रूप में उपयोग में लाया। उसके बाद आइसीयू भवन को गोदाम में परिवर्तित कर दिया। लिहाजा भवन में रखे आइसीयू के उपकरण जंग खाने लगी। धीरे-धीरे बहुत उपकरण खराब होकर काम करना बंद कर दिया। आइसीयू को बंद हुए चार वर्ष बीतने के बाद स्वास्थ्य विभाग के सख्त निर्देश के बाद स्वास्थ्य प्रशासन ने आइसीयू को शुरू करने को लेकर भवन के जीर्णोद्धार का कार्य युद्धस्तर पर करवाया जा रहा है। पिछले दिन अस्पताल निरीक्षण में आए जिलाधिकरी ने स्वास्थ्य प्रशासन से आइसीयू शुरू करने को लेकर जानकारी ली तो स्वस्थ्य प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर आइसीयू को हरहाल में आम जनता के लिए चालू कर दी जाएगी। कोट बंद आइसीयू को शुरू करने के लिए अस्पताल प्रशासन ने सारी तैयारी पूरी कर ली है। जल्द ही आइसीयू मरीजों के लिए खोल दी जाएगी। -डॉ. सुभाषचंद्र श्रीवास्तव,