घोषई में हाई स्कूल की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
-घोषई में मुख्य द्वार पर ताला जड़ कर ग्रामीण व स्कुली बच्चों दिया अनिश्चित कालीन धरना।
-धरना पर बैठे लोगों ने अरसण्डी में आवंटित हाई स्कूल को घोषई मुख्यालय के मध्य विद्यालय कैम्पस लाने कर रहे थे मांग।।
कुमार साजन
चौसा मधेपुरा
प्रखण्ड के घोषई मध्य विद्यालय गेट पर ग्रामीणों ने गुरुवार को ताला जड़ अरसंडी में आवंटित उच्च माध्यमिक विद्यालय को घोषई मुख्यालय के संकुल मध्य विद्यालय में लाने की मांग को लेकर संबंधित विभाग के खिलाफ जमकर धरना प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की। घोषई मुखिया सुनील यादव के नेतृत्व में आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान उन्होनो कहा कि चौसा के घोषई स्थित प्रस्तावित उच्च माध्यमिक विद्यालय को जांच अधिकारी द्वारा गलत रिपोर्ट देकर व मानक को ताक पर रखकर उसी पंचायत के और अरसंडी टोला में किए जा रहे विद्यालय की आवंटन के विरुद्ध उनलोगो की धरना प्रदर्शन प्रदर्शन उनकी मांग पूरी होने अनिश्चित कालीन जारी रहेगा।उन्होंने कहा कि घोषई मुख्यालय जो उच्च माध्यमिक विद्यालय होना था वह सुदूरवर्ती अरसंडी में चला गया जबकि अरसंडी गांव में उच्च माध्यमिक विद्यालय के पर्याप्त न तो वहां घनी आबादी है जबकि घोषई गोठ बस्ती में लोगो की घनी आबादी है वहां से हाई स्कूल से दूरी भी अधिक है जहां पर्याप्त जमीन होने के कारण ग्रामीण व ग्राम पंचायत के आम सभा यहां उच्च माध्यमिक विद्यालय बनाने की प्रस्ताव भी लिया जा चुका है। वहीं धरना प्रदर्शन पर बैठे अशोक यादव ने कहा कि पूर्व में ग्रामीणों की सैकड़ों हस्ताक्षर किया हुआ आवेदन इन्ही सभी मांग को लेक्ट
शिक्षा विभाग पटना के अपर महासचिव को एक आवेदन भी किया जा चुका है बाबजूद किसी प्रकार कोई सकारात्मक पहल अब नहीं कि जा सकी है। उप प्रमुख शशि कुमार दास ने कहा कि आवंटित उच्च माध्यमिक विद्यालय चौसा के जनता हाई स्कूल से डेढ़ किलोमीटर दूरी पर अरसंडी टोला में कर दिया है।वहीं धरना प्रदर्शन के मौके पर मुख्य रूप से राजेश्वर शर्मा,परलाद शर्मा,पिंकू पासवान,
दिवाकर ठाकुर,वकील राम, उपेन्द्र यादव,दिनेश शर्मा,मनोज शर्मा,लक्ष्मण मंडल,बिनेश्वरी दास आदि मौजूद थे।
संकुल मध्य विद्यालय घोषई के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन पर ग्रामीणों के साथ-साथ स्कूली बच्चे भी धरना प्रदर्शन में जमकर हिस्सा ले रहे हैं । बच्चों ने भी वहां हाई स्कूल की मांग को लेकर एकजुटता दिखाते हुए कॉपी कलम किताब के साथ अरे रहे।