कांवरियों की सेवा करने अबरखा के लिए सेवा दल रवाना
डाक बम सेवा समिति बीबीगंज टेढ़ागाछ का चौथा सेवा दल सोमवारी सेवा के लिए बीबीगंज से रविवार को अबरखा कटोरिया के लिए हुए.
किशनगंज. डाक बम सेवा समिति बीबीगंज टेढ़ागाछ का चौथा सेवा दल सोमवारी सेवा के लिए बीबीगंज से रविवार को अबरखा कटोरिया के लिए हुए. सेवा दल में शामिल सदस्यों ने बताया कि अबरखा में शिविर लगाकर सोमवार को सेवा दल द्वारा डाक बम का सेवा करेंगे. उप प्रमुख महात्मा साह ने बताया कि सेवा में लगने वाला सामग्री ठंडा पानी,गर्म पानी,पलाश फूल का शरबत, चाय, ड्राईफ्रुट, केला, सेब, दर्दनाशक टेबलेट,विक्स, स्प्रे बाम से मालिश, ठंडा तेल,पेड़ा,पेठा इत्यादि से डाक बम सेवा समिति द्वारा सेवा किया जाएगा. यह सेवा हर सोमवार को अबरखा कटोरिया में शिविर लगाकर निःशुल्क किया जाता है. इस जत्था को सोनालिका ट्रैक्टर शोरूम के ओनर एवं पूर्व चेयरमैन पवन अग्रवाल बहादुरगंज के द्बारा ठंडा पानी और लस्सी पिला कर स्वागत कर टीम को अबरखा कटोरिया के लिए रवाना किया गया. टीम के सदस्यों द्बारा अबरखा कटोरिया में पैदल चल रहे डाक बम का सेवा किया जाएगा. इस कार्य को आम जन द्वारा सराहनीय कार्य बताया जा रहा है. पूर्व चेयरमैन पवन अग्रवाल ने कहा कि सेवादल के होसलें बुलंद रहें और अपने मिशन में कामयाब बनें. सेवादल के व्यवस्थापक परमात्मा साह एवं गोपाल शर्मा ने बताया सेवा में जाने वाले सदस्यों में नारायण साह, रितेश साह, प्रभु साह, प्रमोद साह, जामनी शंकर घोष,संजय कुमार दास, रिंकू कुमार दास, मिंटूचन्द्र स्वर्णकार, मनोज कुमार पंडित, अशोक कुमार पंडित, ड्राइवर मोजीब आलम, ऑपरेटर रुपेश साह आदि शामिल हैं.
महाकाल सेना की टोली बाइक से गये बाबाधाम
दिघलबैंक. रविवार को गंधर्वडांगा बाजार से महाकाल सेना की टोली मोटरसाइकिल से बाबा वैद्यनाथ धाम के लिए रवाना हो गयी. कांवरियों का जत्था गंधर्वडांगा पौराणिक शिव मंदिर में पूजा कर यात्रा के लिए निकला. मंदिर में पूजा के दौरान बोल बम के नारों से पूरा मंदिर में गूंज उठा. सभी कांवरियों ने मां काली का आशीर्वाद लेते हुए सफल यात्रा की कामना की. बताते चले कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गंधर्वडांगा बाजार से भक्त बाबानगरी जा रहे हैं. यह जत्था सुल्तानगंज से पवित्र गंगा जल लेकर बाबा बैजनाथ को जलाभिषेक कर बाबा बसुकीनाथ में जलार्पण करेंगे. फिर राजगीर में पूजन करते हुए वापस लौटेंगे. इस कांवरिया जत्था में करीब डेढ़ दर्जन कांवरियें शामिल हैं.