पशु क्रू रता अधिनियम के बारे में दी जानकारी
डीआरडीए के रचना भवन में शनिवार को डीएम हिमांशु शर्मा की अध्यक्षता में पशु क्रुरता अधिनियम को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया। जिसमें पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष भी मौजूद थे। इस मौके पर एनिमल वेलफेयर लॉ एण्ड स्पार्ट की टे्रनर गौरी मौलेखी ने पशु क्रुरता अधिनियम पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने इस अधिनियम की हर पहलुओं की बारिकी के बारे में वर्णन किया और पशु कु्ररता अधिनियम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। गौरी मौलेखी ने कहा कि पशु कु्ररता अधिनियम के तहत जो कानून है उसे अच्छे से लागू नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर सीमावर्ती जिलों में कार्यक्रम आयोजित किया जाना था। किशनगंज भी बंग्लादेश व नेपाल की सीमा से सटा है। किस प्रकार से इन देशो की सीमा से पशु तस्करी को रोका जाये इसके लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया है। कार्यशाला में मौजूद पुलिस पदाधिकारियों को यह बताया गया कि उक्त कानून का किस प्रकार से पालन किया जायेगा। जिससे बड़े पैमाने पर हो रही पशु तस्करी को रोका जा सका। इसके तहत पशु तस्करी से संबंधित जो भी गिरोह हैं उस पर कार्रवाई को लेकर भी कार्यशाला में चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि डीएम श्री शर्मा ने भी पशु तस्करी रोकने को लेकर हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है। श्रीमती मौलेखी ने कहा कि पशु तस्करी के दौरान जो भी पशु जब्त होते हैं उसे गौशाला में रखा तो जाता है। डीएम हिमांशु शर्मा ने कहा कि पशु तस्करी को रोकने के लिए संबंधित अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। इसके अंतर्गत जो भी आवश्यक कार्रवाई की जानी है वो हर हाल में की जायेगी। एसपी कुमार आशीष ने कहा कि पशु तस्करी रोकने के लिए उनकी ओर से भी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। सभी थानाध्यक्षों को भी इस दिशा में विशेष रूप से निर्देशित किया गया है। जिला पशु पालन पदाधिकारी डॉ. निरंजन कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए पशुओं की चिकित्सा पर बाते कहीं। इस मौके पर ओएसडी राहुल बर्मन, एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी, एसडीपीओ डॉ. अखिलेश कुमार, डॉ. दिलीप बैठा, डॉ. संजय कुमार, डॉ. अब्दुल मोबिन, डॉ. मोहम्मद इलियास, डॉ. गगन कुमार झा, डॉ. अशीष प्रियरंजन, डॉ. सत्यनारायण यादव, थानाध्यक्ष राजेश तिवारी, इस्पेक्टर इरशाद आलम, टेढ़ागाछ थानाध्यक्ष चितरंजन प्रसाद यादव, पोठिया थानाध्यक्ष महेश कुमार, ठाकुरगंज इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार, थानाध्यक्ष मोहन कुमार आदि मौजूद थे।
स्रोत-हिन्दुस्तान