कोसी व महानंदा नदी के जलस्तर में लगी ब्रेक
जिले के सभी नदियों का जलस्तर स्थिर हो गया है। जिसके कारण विभागीय अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। गंगा, कोसी, महानंदा, कारी कोसी, बरंडी नदी के जलस्तर बुधवार को स्थिर होने के कारण विभागीय अधिकारी थोड़ी बहुत राहत ली है।
नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से उपर है। तटबंध और स्परों पर पानी का दवाब बना हुआ है। अधीक्षण अभियंता राजेन्द्र कुमार मेहता ने बताया कि तटबंध और स्पर सुरक्षित हंै। अभियंताओं द्वारा चौकसी बरती जा रही है। हालांकि बाढ़ पीड़ितों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। पीड़ितों को पका पकाया भोजन के लिए सामुदायिक किचन के समक्ष एक घंटा तक इंतजार करना पड़ता है। जिसके कारण पीड़ितों में आक्रोश व्याप्त है। नदी के जलस्तर में ब्रेक लग जाने के कारण कारी कोसी नदी में एक सेंटीमीटर की गिरावट दर्ज की गयी है।
कुरसेला, बरारी, काढ़ागोला, अमदाबाद, मनिहारी एवं मनसाही में अब धीरे धीरे पानी घटने लगा है। लेकिन बाढ़ पीड़ितों की समस्या यथावत बनी हुई है। उनके समक्ष शुद्धपेयजल, आवागमन और पशुओं के लिए चारा की समस्या उत्पन्न हो गयी है। आवागमन के लिए नाव ही एकमात्र सहारा बना हुआ है। जिसके कारण पीड़ितों को आने जाने में नाव के लिए इंतजार करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सुविधा बढ़ाने की मांग की है।
स्रोत-हिन्दुस्तान