Home कटिहार कामरूप कामाख्या से पिंडा लाकर मां भगवती को किया था स्थापित

कामरूप कामाख्या से पिंडा लाकर मां भगवती को किया था स्थापित

0 second read
Comments Off on कामरूप कामाख्या से पिंडा लाकर मां भगवती को किया था स्थापित
0
476

कामरूप कामाख्या से पिंडा लाकर मां भगवती को किया था स्थापित

प्रमंडल का अति प्राचीन विशाल त्रिकोण शक्ति पीठ मां भगवती काली मंदिर सलेमपुर डेढ़ सौ वर्ष पुराना है।

1870 में गांव के मदन झा ने कामारूप कामाख्या से पिंडा लाकर मां भगवती काली मंदिर सलेमपुर समेली की स्थापना की थी। गांव के लब्ध प्रतिष्ठित विद्वानों द्वारा स्थापना कालवधि पर वैदिक तांत्रिक पद्वति से पूजा अर्चना की जाती है। बीस वर्षों से भगवती काली समिति द्वारा विश्व कल्याण के लिए सवा लाख शताब्दी दुर्गा सप्तशती पाठ एवं नवार्ण मंत्र जाप आदि कर्म वैदिक विद्वान चंद्रनाथ मिश्र, बौसी संस्कृत विद्यापीठ के आचार्य समूह द्वारा कराया जाता है। विशाल मंदिर की महत्ता को सीए एवं मिथिलांचल वासियों के लिए अनूठी एवं शक्तिशाली शक्तिपीठ मानी जाती है। यहां मां को पाठा की बलि चढ़ाई जाती है। चुनरी चढ़ाया जाता है। रांची के अभियंता मुरलीधर द्वारा देश का दूसरा विशाल मंदिर के नक्शे पर मंदिर का निर्माण बीस वर्षों से ग्रामीणों के सहयोग से अब तक कराया जा रहा है। भोगेन्द्र झा, ललिता आचार्य, प्रो वंशीधर झा, हीरानंद झा संचालन कमेटी के द्वारा पूरी निष्ठाभाव से मंदिर की पूजा अर्चना करायी जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि मन्नते पूरी होने की लम्बी फेहरिस्त है। इनकी महिमा निराली एवं अपरंपार है। मंदिर का स्थापना गांव के त्रिकोणीय भाग में स्थापना की गई जो कि पवित्र स्थल माना जाता है। गांव के वैष्णो देवी मंदिर, ब्रह्मबाबा स्थान प्रसिद्ध है।

स्रोत-हिन्दुस्तान

Load More Related Articles
Load More By Seemanchal Live
Load More In कटिहार
Comments are closed.

Check Also

पूर्णिया में 16 KG का मूर्ति बरामद, लोगों ने कहा-यह तो विष्णु भगवान हैं, अद्भुत मूर्ति देख सभी हैं दंग

पूर्णिया में 16 KG का मूर्ति बरामद, लोगों ने कहा-यह तो विष्णु भगवान हैं, अद्भुत मूर्ति देख…