गोली से जख्मी की मौत, विरोध में जाम
नगर थाना क्षेत्र के रामपाड़ा में गोली मारने जख्मी हुए युवक की मौत पर सोमवार को लोग आक्रोशित हो गये। आक्रोशित लोगों ने पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराकर लाश सौंपने के बाद लाश को पानी टंकी चौक पर रखकर सड़क अगजनी कर को जाम कर दिया।
इससे करीब 2 घंटे तक लोगों को आवाजाही करने में परेशानी हुई। घटना की सूचना पर सदर एसडीपीओ अनिल कुमार, टाउन इंस्पेक्टर रंजन कमार सिंह दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर आक्रोशित लोगों को काफी मशक्कत के बाद शांत कराने में सफल रहे। इसके बाद पानी टंकी चौक पर यातायात व्यवस्था सामान्य हो सकी।
मालूम हो कि 20 अक्टूबर को रामपाड़ा में कटिहार-डूमरिया सड़क पर बीएड कॉलेज के पास रोशन कुमार को घर से बुलाकर बदमाशों ने गोली मारकर जख्मी कर दिया था। घटना के बाद जख्मी को केएमसीएच के बाद पूर्णिया रेफर कर दिया गया था। पिछले दिनों से पूर्णिया स्थित निजी अस्पतालों में इलाज कराने के बाद उसकी स्थिति सामान्य हो गई थी। दीपावली के पूर्व रात में उसकी हालत में अचानक खराब होने लगा। डॉक्टर द्वारा रेफर करने के बाद परिजन बेहतर इलाज के लिए नई दिल्ली एम्स ले जा रहे थे। इस बीच यूपी के देवरिया के पास उसकी मौत हो गई। युवक के लाश लेकर कटिहार लौटने पर पुलिस ने उसका पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने लाश को उसके परिजन को सौंप दिया। घर को लाश ले जाते समय मृतक के घर दौलतराम चौक के आसपास के लोग आक्रोशित हो गये। आक्रोशित लोगों ने पानी टंकी चौक पर लाश को रखकर सड़क को जाम कर दिया। इस क्रम में लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर घटना का विरोध जताया। दो घंटे तक आक्रोशित लोगों ने जमकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों के आक्रोश को देखते हुए दंगा निरोधी दस्ता भी लेकर पुलिस पहुंचे थे। मृतक के परिजनों का आरोप है कि रोशन को सतीश साह, राकेश साह, छोटू मंडल और राजा साह ने गोली मारकर हत्या कर दिया है। घटना में शामिल राजा साह को कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। विशाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज चुकी है। दो अन्य आरोपी को पुलिस गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है। परिजनों ने प्रशासनिक पदाधिकारियों से मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी दिलाने की मांग की। इस मौके पर लोगों ने नाका नंबर तीन के क्षेत्र में कार्यरत टायगर मोबाइल के पुलिस कर्मियों को दूसरे जगहों पर भेजने की मांग की। लोगों का आरोप था कि नाका नंबर तीन के क्षेत्र में कार्यरत पुलिस कर्मी सुरक्षा का काम कम और अवैध वसूली ज्यादा करते रहते हैं। इससे न केवल पुलिस की साख पर बट्टा लग रहा है।
स्रोत-हिन्दुस्तान