तीन दिनों में तीन गोलीकांड से दहशत
चार दिनों में निरंतर हो रही गोलीबारी व हत्या की घटना से जिले के लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। सबसे अधिक दहशत शहर के व्यवसायियों में दिखने लगा है।
शहर में तीन दिनों में दो अलग-अलग जगहों पर गोलीबारी की घटना को अंजाम देने में बदमाश सफल रहे हैं। ऐसे में अब पुलिस के गश्ती पर सवाल उठने लगा है। लोग कहने लगे है कि बदमाशों पर से पुलिस के वर्दी का खौफ कम हो गया है। बदमाश जब चाहते हैं, जहां चाहते हैं आराम से गोली मार कर जान लेने का प्रयास कर रहे हैं।
बदमाशों की गोलियों से व्यवसायी, ग्राहक व आम लोग भी अछूते नहीं रह गये हैं। अब यदि पुलिस अपनी कार्रवाई में सख्ती नहीं बरतती है तो दीपावली और छठ जैसे पर्व शहर में लोग कैसे मना सकेंगे। व्यवसायिक वर्ग के लोगों का कहना है कि अब बदमाश लूट की घटना से पहले ही रंगदारी की मांग करने लगे हैं। पहले फोन पर लाखों रुपये रंगदारी मांगते हैं।
रंगदारी नहीं देने पर दुकान पहुंच कर गोली मार देते हैं। यह तो मात्र संयोग ही है कि गोली लगने के बाद भगवान की कृपा से और स्थानीय लोगों की तत्परता के कारण समय पर अस्पताल जख्मी को पहुंचाया गया और जख्मी का सफल ऑपरेशन होने से जान बच गई। नाम नहीं छापने के शर्त पर व्यवसासियों ने कहा कि यह कैसी विडंबना है कि घटना के दो दिन बाद मार्बल व्यवसायी डब्लू साह और भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार यादव को गोली मारने को गिरफ्तार कर कांड का उद्भेदन करने का पुलिस दावा करती है और इसी दिन शाम एक बदमाश होटल व्यवसायी के पुत्र को घर से बुलाकर गोली मार देता है। पुलिस को इस मामले में गंभीरता से काम करने की जरूरत है।
स्रोत-हिन्दुस्तान