
सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में पहली बार महिला डॉक्टरों की तैनाती की गई। इसका लाभ महिला रोगियों को भी मिलेगा। पूर्व में इमरजेंसी वार्ड में केवल पुरुष डॉक्टर का ही पदस्थापना किया गया था।
इस कारण से जब महिला रोगियों में खासकर प्रसूता इलाज को ओपीडी के समय के पहले या बाद में इलाज को पहुंचती थी तो तैनात डॉक्टर सीधे तौर पर उन्हें ओपीडी के समय आने या फिर प्रसव वार्ड में जाकर महिला डॉक्टर के आने का इंतजार करने की बात कहते थे। इससे महिला रोगियों को इलाज कराने में खास कर इमरजेंसी के समय परेशानी होती थी। इमरजेंसी वार्ड में तैनात एमबीबीएस डॉ. प्रियंका कुमारी ने कहा कि ड्यूटी आवर में उनकी यह प्राथमिकता होगी कि गंभीर रोगियों की चिकित्सीय सुविधा प्रदान होने में किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि उनकी पदस्थापना रोगियों के इलाज के लिए किया गया। सरकार के लक्ष्य और सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सीय पदाधिकारियों के आदेश का पालन करते हुए रोगियों की सेवा को तत्पर रहेंगी। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. आरएन पंडित ने कहा कि इमरजेंसी सेवा में प्रतिदिन दो से तीन डॉक्टरों की तैनाती की गई है। महिला डॉक्टर की पदस्थापना से महिला रोगियों को भी इलाज कराने में सहूलियत होगी।