हाईवे पर अतिक्रमण, दुर्घटना की आशंका
जिले के गेड़ाबाड़ी से लेकर कुरसेला तक एनएच 31 एवं स्टेट हाईवे 77 पर अतिक्रमण किये जाने के कारण आये दिन यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अतिक्रमण के कारण लगातार सड़कें सिकुड़ती चली जा रही है। रविवार को अतिक्रमण के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। भागलपुर से कटिहार जा रही कुरसेला से कटिहार एवं फलका से कटिहार एवं पूर्णिया की ओर से आने वाले यात्री वाहन को अतिक्रमण के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ा। फुटकर दुकानदारों एवं अन्य लोगों द्वारा अतिक्रमण किये जाने के कारण खासकर गेड़ाबाड़ी स्थित अप व डाउन लाइन पर बनाये सम्पर्क पथ सड़क जहां वाहनों को खड़े करने की व्यवस्था की गयी है। उसको अतिक्रमणकारियों द्वारा अपने कब्जे में जमा लिये जाने से उक्त स्थल पर वहां नहीं लगाये जा रहे हैं।
फलस्वरुप लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ गयी। बताते चलें कि उक्त स्थल पर सैकड़ों दुकानें लगाये जाने से वाहन के परिचालन पर प्रश्न चिन्ह लग गयाहै। जो आये दिन दुर्घटनाओं को आमंत्रण देता है। विगत एक माह में आधा दर्जन से अधिक दुर्घटना घटित होने के कारण लगभग पन्द्रह से अधिक लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर अन्य स्थानों पर इलाज करना पड़ा था बावजूद न तो पुलिस प्रशासन और न ही स्थानीय प्रशासन द्वारा इस पर कारगर कदम उठाये जाने के कारण आये दिन आम लोगों को जाम से परेशानी का सामना करना पड़ता है। निर्माण पूर्ण नहीं होने से लोगों में भय: कटिहार-गेड़ावाड़ी एनएच 81 का निर्माण कार्य मंथर गति से होने से प्रतिदिन आम लोगों के साथ-साथ यात्रियों को आवागमन में जाम से आवागमन में परेशानी होती है। 4 वर्षों से जर्जर पथ इस जिले के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था। कटिहार से गेड़ावाड़ी की दूरी महज 19 किमी है तथा 30 माह से निर्माण कार्य जारी रहने के बाद अभी तक पूरा नहीं हुआ है। जिले के 3 विधानसभा क्रमश: कटिहार, कोढ़ा एवं बरारी के 5 प्रखंडों के लोगों के लिए जिला मुख्यालय आने का एकमात्र प्रमुख साधन है। कार्य एजेन्सी द्वारा तत्परता में कमी होने से आज तक एनएच कार्य पूर्ण नहंी किया जा सका है। जिसके कारण फलका, कोढ़ा एवं भागलपुर से आने जानेवाले यात्री व मालवाहक वाहनों को एक पखवाड़े से समाहरणालय के आगे अम्बेदकर चौक होकर मिरचाईबाड़ी तक परिचालन किया जा रहा है। सोमवार को भी कोलासी एवं हाजीपुर के समीप जाम के कारण यात्रियों को परेशानी हुई।
स्रोत-हिन्दुस्तान