हादसा: ट्रेन से कटकर दो हाथियों की मौत
बुधवार सुबह करीब साढ़े चार बजे बाद कटिहार रेल मंडल अंतर्गत कटिहार-सिलीगुड़ी रेलखंड पर फास्ट पैसेंजर ट्रेन के धक्केसे दो जंगली हाथियों की जान चली गई।
घटना नक्सलबाड़ी-अधिकारी स्टेशन के बीच का बताया जाता है। यह महज संयोग मात्र है कि दो-दो हाथियों के ट्रेन के चपेट में आने के बाद ट्रेन और उसमें सवार सभी यात्री बाल-बाल बच गये। मालूम हो कि पूर्वोत्तर एलीफेंट कोरिडोर वाले इलाकों में जगली जानवरों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास करती है। पूर्वोत्तर क्षेत्र में हाथियों की जान बचाने वाले रेलकर्मियों को पुरस्कृत किया जाता है।
ऐसे में बुधवार को हुई इस हादसा के बाद रेलवे अधिकारियों व कर्मियों में हड़कंप मच गया है। बताया जाता है कि सिलीगुड़ी से कटिहार के लिए 75744 नंबर की पैसेंजर ट्रेन सुबह चार बजे रवाना हुई। बागडोगरा और नक्सलबाड़ी स्टेशन को सुबह के 4.33 बजे पार करने के बाद ट्रेन अधिकारी स्टेशन की ओर आ रही थी। इसी बीच 28 किमी के पोल संख्या आठ और नौ के बीच दो रेलवे ट्रैक पर आ गई। इससे पहले की ट्रेन के चालक ट्रेन की गति को कम कर पाते या उसे रोकने में सफल हो पाते। दोनों हाथी को धक्का लग गया। ट्रेन के धक्के से रेलवे ट्रैक से 20 मीटर दूरी पर फेंका गया। इससे दोनों हाथियों की मौत हो गई। ट्रेन परिचालन में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने के कारण बिना किसी बाधा के ही वह ट्रेन कटिहार करीब डेढ़ घंटे बाद कटिहार पहुंची। घटना की सूचना पर विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया। अधिकारियों की मोबाइल की घंटी कटिहार से सिलीगुड़ी तक घनघना उठी। कटिहार स्टेशन पर उक्त ट्रेन एक घंटा 37 मिनट लेट से पहुंची। यहां पर कई रेल अधिकारियों ने ट्रेन के गार्ड एसएन सेक्सेना, एलपी जितेंद्र कुमार चौधरी, सहायक लोको पायलट आशीष कुमार से घटना को लेकर पूछताछ तथा उनके शारीरिक व मानसिक जांच की। जांच में अधिकारियों ने यह भी जानने का प्रयास किया कि क्या गार्ड और चालक द्वारा किसी नशिला पदार्थ का सेवन किया गया था या नहीं। जांच रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपा जायेगा।
Source-HINDUSTAN