नागरिक सुरक्षा के नियंत्रक होते हैं डीएम : एसडीओ
नागरिक सुरक्षा का 57वां स्थापना दिवस पर अनुमंडल कार्यालय परिसर में अवस्थित नागरिक सुरक्षा के कार्यालय में शुक्रवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर एसडीओ नीरज कुमार, मुख्य वार्डेन सीताराम चमरिया ने किया।
इस अवसर पर नागरिक सुरक्षा के स्थापना दिवस को लेकर विस्तार से बताया गया। मुख्य वक्ता नीरज कुमार ने बताया कि नागरिक सुरक्षा के नियंत्रक जिलाधिकारी होते हैं। उन्होंने इसके विशेषता पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि द्वितीय विश्व युत्र के दौरान अक्टूबर को 1941 में इसकी स्थापना की गयी थी। जो 1946 में युद्ध समाप्त होने के बाद संगठन को बंद कर दिया गया। भारत चीन युद्ध के समय पुन: इसकी आवश्यकता महसूस की गयी। जिसके क्रम में भारत सरकार द्वारा 14 नवम्बर 1962 को डायरेक्टर जेनरल सचिव डिफेंस का पद सृजन करते हुए इसकी स्थापना की गयी। संवैधानिक रूप से मई 1968 में भारतीय संसद में नागरिक सुरक्षा अधिनियम के पारित होने के बाद सम्पूर्ण भारत में इसका विस्तार किया गया। मौके पर मुख्य वार्डेन अनिल चमरिया, प्रभारी अनुदेशक बिमल कुमार पाल समेत नागरिक सुरक्षा के कई स्वयं सेवक कार्यकम में मौजूद थे।
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