सीमांचल के सबसे बड़े रेडलाइट एरिया में शुमार कटिहार मोड एक बार फिर चर्चा में, जानें क्यों
सीमांचल के सबसे बदनाम गलियों में एक माना जाने वाला सदर थानाक्षेत्र का कटिहार मोड़ एक बार फिर से चर्चा में है। वजह यह है कि फिर से पूर्णिया पुलिस द्वारा देह मंडी में छापेमारी की गई और जिस्मफरोशी में लिप्त कुल 16 महिला-पुरुष को जेल भेजा गया है। पुलिस ने इस जगह कई आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद की। दिल्ली की एक एनजीओ की मदद से पुलिस ने उक्त देहमंडी को उजाड़ दिया। हालांकि यह पहली बार नहीं, जब मंडी में रेड पड़ी।
जिस्मफरोशी गिरोह के सरगना समेत सैकड़ों वर्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। मामला न्यायालय में चलता रहता है। लेकिन सरगना को बेल मिलते ही बाजार फिर से सजने लगता है। पूर्णिया की गंभीर समस्या बन चुकी यह मंडी बार-बार उजड़ी, लेकिन सीमांचल की यह नामचीन मंडी कुछ दिन बाद फिर से आबाद हो जाती है। जिस्मफरोशी को अपना धंधा मान चुके कई लोग जेल से निकलते ही वापस पुराने काम में लग जाते हैं। नुकसान की भरपाई के लिए ग्राहकों के लिए रेट भी बढ़ा दिए जाते हैं। हालांकि शुक्रवार को कटिहार मोड़ मंडी उजड़ने के बाद से जीरोमाइल, लखनझड़ी, हरदा, शीशा बाड़ी, आगाटोला अंसारी मुहल्ले में फल फूल रहे देहमंडी में हड़कंप जरूर मच गया।
शनिवार को कटिहार मोड़ स्थित देहमंडी वीरान नजर आ रही थी। सभी के दरवाजे बंद थे। सूत्रों की मानें तो यहां से लोग अलग-अलग जगहों पर शिफ्ट हो गए हैं। कुछ लोग तो बंगाल में जाकर शरण भी ले चुके हैं। इस छापेमारी में शामिल जस्टिस वेंचर इंडिया ट्रस्ट नई दिल्ली की टीम के मुख्य सदस्य सह अधिवक्ता संजू सिंह ने बताया कि छापेमारी अभियान में जिस तरह से नशीली दवा समेत कई आपत्तिजनक समान मिले हैं, उससे साफ जाहिर होता है कि यहां बड़े पैमाने पर देह व्यापार का धंधा चल रहा था। उन्होंने बताया कि 11 पीड़िताओं की काउंसेलिंग की जा रही है। इस टीम में अधिवक्ता श्याम कुमार समेत पांच सदस्य शामिल हैं। पूर्णिया एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि देह व्यापार की सूचना मिलते ही फौरन पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है। दुबारा मामला सामने आते ही आगे की कार्रवाई होगी।
पीड़िता ने किया था खुलासा
सीतामढ़ी में इसी साल एनजीओ द्वारा जब छापेमारी करवाई गई तो वहां पर पूर्णिया से भेजी गई एक लड़की बरामद हुई थी। काउंसेलिंग के दौरान पीड़िता ने पूर्णिया में देह व्यापार से जुड़े कई राज उगले थे।
पुलिस के छापे से नहीं डरते लोग
– 2013 में कई लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
2013 में पूर्णिया के तत्कालीन एसपी किम शर्मा द्वारा भी छापेमारी की गई थी। आधे दर्जन से अधिक देह व्यापार में शामिल लड़कियों को हिरासत में लिया गया था।
– 2014 में चार रेड लाइट इलाकों पर धावा बोला गया
2 अप्रैल 2014 को तात्कालीन सीआईडी व कमजोर वर्ग की एसपी किम शर्मा के नेतृत्व में तत्कालीन पूर्णिया एसपी अजीत कुमार सत्यार्थी द्वारा शहर के चार रेड लाइट इलाकों में छापेमारी की गई। जिसमें शहर के चार हरदा रेडलाइट, खुश्कीबाग मुजरापट्टी, कटिहार मोड़, और जीरो माइल से 45 महिला व पुरुष धराए थे।
– 2016 में 11 महिला और चार पुरुष धराए थे
6 फरवरी 2016 तात्कालीन सदर डीएसपी राजकुमार के नेतृत्व में सदर थानाक्षेत्र के कटिहार मोड़ स्थित देहमंडी में एरिया से पूर्णिया पुलिस ने छापेमारी कर 11 महिला 4 पुरुष को गिरफ्तार किया था। जबकि जीरोमाइल, खुश्कीबाग मुजरापट्टी जैसे कई रेडलाइट ठिकानों से एक दर्जन से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए थे।
– 2017 में दो लड़कियों को हिरासत में लिया गया था
09 सितम्बर 2017 सदर थानाक्षेत्र के कटिहार मोड़ स्थित रेडलाइट एरिया से एक बार फिर से पुलिस ने कार्रवाई करते हुए देह व्यापार धंधे में शामिल दो लड़कियों को हिरासत में लिया। लड़की ने खुलासा किया था कि वह सीतामढ़ी जिले के सदर थाना क्षेत्र की थी और यहां पर पिछले दो साल से देह व्यापार कराया जा रहा है।
– 2018 में 30 महिला और नौ पुरुष की गिरफ्तारी
15 जुलाई 2018 आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान में सदर थानाक्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जिस्मफरोशी की खबर छपने के बाद एसपी विशाल शर्मा टीम गठित कर दलबल के साथ ने कटिहार मोड़, जीरो माइल और शीशाबाड़ी में देर रात्रि छापेमारी कर नाबालिग समेत 30 महिला व 9 पुरुष को गिरफ्तार किया गया था।