कटिहार के धरमेली में नर्सरी में तैयार होंगे पौधे
सीमांचल में लबालब हरियाली के साथ रोजगार को भी हरियाली मिलने वाली है। वन प्रमंडल पूर्णिया के अधीन पांच-पांच हेक्टेयर में पहली बार दो नर्सरी बनने वाली है। पूर्णिया जिला के जलालगढ़ प्रखंड के हासी में और कटिहार जिला के कोढ़ा प्रखंड के धरमेली में पांच-पांच हेक्टेयर में नर्सरी तैयार किया जाएगा।
दोनों नर्सरी में 20 लाख पौधे तैयार करने की क्षमता होगी। नर्सरी बनने से आसपास के ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा, क्योंकि नर्सरी में पौधे की देखभाल की जिम्मेदारी सालों भर के लिए उनके कंधे पर ही होगी। बता दें कि सरकार के द्वारा अलग-अलग योजनाओं के तहत हर वर्ष लाखों की संख्या में पौधे लगाने का दावा किया जाता है, लेकिन नर्सरी के अभाव में कोलकाता से पौधे मंगाये जाते हैं।
ट्रांसपोर्टेशन के कारण इन पौधे की कीमत भी अधिक होती है और यह टिकाऊ भी नहीं होता। वन प्रमंडल के नर्सरी में तैयार पौधे बेहतर माने जाते हैं। फिलहाल पूर्णिया के सिंघिया, चंपानगर, अमौर और मधुबनी में छोटे-छोटे नर्सरी हैं, जहां हर साल बमुश्किल हजारों पौधे ही तैयार होते हैं।
डिवीजनल फोरेस्ट अफसर (डीएफओ) शशिकांत के मुताबिक पूर्णिया के हासी में 65 एकड़ में और कटिहार के धरमेली में प्रोटेक्टेड फोरेस्ट एरिया है। दोनों स्थानों पर पांच-पांच हेक्टेयर में नर्सरी बनाने के प्रस्ताव पर नजर-ए-इनायत के बाद यहां सलाना लाखों पौधे तैयार होंगे।
यह हाई क्वालिटी की और परमानेंट नर्सरी होगी। नर्सरी में दफ्तर भी बनेंगे। यहां गार्ड तैनात किये जाएंगे। आसपास के सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा, क्योंकि नर्सरी की देखभाल की जिम्मेदारी उनके कंधों पर ही होगी। नर्सरी में तैयार होने वाले पौधे ही अलग-अलग योजनाओं के तहत लगाए जाएंगे। जल, जीवन और हरियाली योजना के तहत पूर्णिया प्रमंडल में भी लाखों के तादाद में पौधरोपण किया जाएगा।
स्रोत-हिन्दुस्तान