अभिनेत्री और पशु प्रेमी ऋचा चड्ढा को जब पता चला कि कुछ बेवकूफ लोग कोविड-19 के डर से पालतू जानवरों को छोड़ रहे हैं, तो वह नाराज हो गईं। उन्होंने कहा जैसे बच्चे को अपनाने के लिए कड़े उपाय होते हैं, वैसे ही पालतू जानवरों के मामले में भी होना चाहिए। पालतू जानवरों के लिए ‘एडॉप्ट एंड नॉट शॉप’ का प्रचार करने वाली ऋचा ने खुद घर पर बिल्लियां पाली हुईं हैं।
उन्होंने बताया, यह वास्तव में मूर्खतापूर्ण है। अगर आपके परिवार में किसी को उडश्कऊ-19 मिल जाता है तो क्या आप उन्हें बाहर फेंक देंगे? मुझे लगता है कि जब कोई व्यक्ति , किसी जानवर को घर ले जाना चाहता है तो उसकी मानसिक स्थिति का एक बुनियादी आंकलन होना चाहिए। ठीक उसी तरह जब आप एक बच्चे को गोद लेना चाहते हैं, तो आपको बहुत सारे नियमों का पालन करना होता है, ऐसा ही जानवर के साथ भी होना चाहिए।
अभिनेत्री अक्सर सोशल मीडिया पर आवारा जानवरों के लिए चिंता व्यक्त करती रहती हैं, उन्हें यह जानकर भरोसा नहीं हुआ कि लोग कोविड-19 महामारी के मद्देनजर पालतू जानवरों को छोड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा, जानवरों को ऐसे कौन छोड़ देता है? यह एक पशु प्रेमी होने के बारे में नहीं है, बल्कि यहां बात मानवता की है। यह समय हमें एक-दूसरे के साथ सद्भाव में रहने के लिए सिखा रहा है। यह ग्रह सिर्फ इंसानों के लिए नहीं, बल्कि सभी के लिए है। अभी, पूरी दुनिया एक सूक्ष्म जीव की वजह से रुकी है। प्रकृति को हमारी आवश्यकता नहीं है, हमें प्रकृति की आवश्यकता है। हम इसका एक हिस्सा हैं।
Source :- Hindustan