आवश्यकता अनुसार बिजली का उपयोग करें
सिंचाई में, पशु के पानी पिलाने व दैनिक जीवन में भी बिजली का सदुपयोग करें। यह बातें डीएम बैद्यनाथ यादव ने सोमवार को शहर के टाऊन हॉल में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत आयोजित कार्यशाला में कही।
उन्होंने कहा कि बिजली राष्ट्र का संसाधन है। जितनी जरूरत हो उतनी ही उपयोग करें। वर्तमान में उर्जा का स्त्रोत विद्युत आवश्यकता पर निर्भर हो गया है। जल ही जीवन है। पानी को बचाएं। पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाएं। जल जीवन और हरियाली मानव जीवन के लिए अति आवश्यक है। कहा कि प्राकृति धरोहर को पैसे से वापस नहीं लाया जा सकता है। इस अभियान को सफल बनाने में सभी की भूमिका अहम हैं। अपने स्तर से सभी अपनी ताकत झोकें। उन्होंने कहा कि इसमें किसान सलाहकार का अधित्क उत्तरदायित्व है कि वह हमारे अन्नदाता को इसके बारे मे बताएं।
जैविक खेती को बढ़ावा देने की अपील: डीएम ने कहा कि सरकार जैविक खेती को बढ़ा दे रही है। इसके लिए सरकारी स्तर पर किसानों को अनुदान राशि भी दी जाती है। मूंग ढैंचा आदि खेती जैविक पद्धति से करें। इसमें कम लागत के साथ अधिक मुनाफा होगा। जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 11 हजार 500 रुपये अनुदान और क्षमता वर्द्धन, उत्पादन तथा विपणन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा देकर खेती को दीर्घकालीन व टिकाउ बनाने की योजना है। इससे मिट्टी के स्वस्थ एवं उर्वरा शक्ति का संरक्षण, मानव एवं अन्य प्राणियों के जीवन तथा पर्यावरण का संरक्षण भी हो सकेगा। इसमें किसानों को कम लागत के साथ फसलों के उत्पादन और उत्पादकता में बृद्धि होगी। इसके आलवे इस कार्यशाला में सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली का उपयोग, भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा जल संरक्षण से संबंधित योजनाएं, कृषि विभाग के समेकित प्रस्ताव में जल संरक्षण, कृषि वानिकी, बागवानी, जैविक खेती, सूक्ष्म सिंचाई पद्धति आदि पर विस्तृत रूप से बताया गया। डीएम ने कहा कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध है परंतु लोग इसका धड़ल्ले से उपयोग कर रहे हैं। हर किसी को पर्यावरण को बचाने के लिए पहल करनी होगी। वहीं जिला परिषद अध्यक्ष आफताब अजीम उर्फ पप्पू अजीम ने जल जीवन और हरियाली अभियान को सफल बनाने के लिए उपस्थित लोगों से अपील की। उन्होंने कहा कि यदि अभी हम जागरूक नहीं हुए तो आने वाले समय हमारे लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। मौके पर ओएसडी पंकज कुमार गुप्ता, डीएओ मनोज कुमार, डीईओ अशोक कुमार मिश्र, सीएस सरेश प्रसाद सिंहा, कृषि विज्ञान शाखा के निदेशक एके सिंहा, सतीश कुमार, कृषि परामर्शी कुमारी रजनी सहित अन्य अधिकारी, किसान सलाहकार, किसान समिति के सदस्य आदि उपस्थित थे।
स्रोत-हिन्दुस्तान