रिकवरी एजेंट की दबिश के कारण महिला ने की खुदकुशी, पति का दावा- कोई लोन नहीं लिया था
अररिया में आत्महत्या का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, महिला जिस कारण जान दे दी उसमें उसकी कोई गलती ही नहीं थी. उसे तो समूह की लीडर ने फंसा दिया और घर से फरार हो गयी. जब महिला के घर फाइनेंस कर्मी लोन वसूली के लिए घर पहुंचे तो वह हक्का-बक्का रह गयी. फाइनेंस कर्मी के दबाव को नहीं झेल पायी और आत्महत्या कर ली
अररियाः बिहार के अररिया में लोन वसूली के दबाव में आत्महत्या का मामला सामने आया है. घटना रानीगंज थाना क्षेत्र के ठेकपुरा गांव की है. शुक्रवार को महिला ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. जब पुलिस ने महिला के पति से घटना की जानकारी मांगी तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ. महिला का पति ने बताया कि उसकी पत्नी कोई लोन ली थी उसे कोई जानकारी ही नहीं है.
अररिया में महिला ने की आत्महत्याः मृतिका जानकी देवी के पति दुःखन राय ने बताया कि ‘पत्नी कौन से समूह लोन ले रखा था इसका हमें पता नहीं है. गुरुवार को बैंक कर्मी घर पर आकर लोन का किस्त जमा करने को लेकर काफी दबाब दिया. था तब जाकर हमें मालूम हुआ था. उसने बताया कि समूह लोन देने से पहले पति का भी फोटो मांगता है, लेकिन हमने कोई फोटो नहीं दिया है. हम मजदूरी कर अपना घर चलाते हैं ऐसे में हम लोन का किस्त कहा से दे पाएंगे.’ महिला का पति ने समूह की महिला लीडर पर लोन लेकर फंसाने का आरोप लगाया है.
“मेरी पत्नी ने कोई लोन नहीं लिया था बल्कि उसे फंसाया गया है. समूह की महिला लीडर ने मेरी पत्नी के नाम पर लोन उठा लिया. मेरी पत्नी ने लोन का किस्त मांगा जा रहा था. शायद मेरी पत्नी ने दबाव में आकर आत्महत्या कर ली. हम पुलिस से बेबी देवी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हैं.” -दुःखन राय, मृतका का पति
आरोपी के घर शव ले जाकर हंगामाः दरअसल, घटना के बाद मृतका के परिजनों ने महिला का शव लेकर बेबी देवी के घर पहुंच गए और जमकर हंगामा किया. लेकिन बेबी देवी पूरे परिवार के साथ घर से फरार थी. जानकारी के अनुसार बेबी देवी महिलाओं का समूह बनायी हुई थी. इस तरह की घटना सामने आते ही समूह से जुड़ी अन्य महिलाएं भी बेबी देवी के घर पहुंचकर हंगामा करने लगी. समूह लोन उठाई महिलाओं ने बेबी देवी पर आरोप लगाया है कि ‘घर बनाने के समय बेबी देवी हमलोगों को बहला फुसलाकर समूह लोन उठवाकर रुपया ले ली थी. अब किस्त देने के समय घर से भाग गई है. अब हम लोग कैसे लोन का किस्त दे पाएंगें.’
कई महिलाओं के नाम पर उठाया लोनः मामले को लेकर भोरहा पंचायत की गुड़िया देवी, तारा देवी, नमनी देवी आदि ने बताया कि ठेकपुरा वार्ड संख्या 15 निवासी गांव के अशोक साह की पत्नी बेबी देवी ने मृतिका जानकी देवी के आलावे गांव के दर्जनों महिलाओं के साथ किसी फाइनेंस कंपनी का ग्रुप चलाती थी. इसी ग्रुप में गांव की कई महिलाएं जुड़ी हुई थी. महिलाओं का आरोप है कि फाइनेंस कंपनी से आरोपी बेबी देवी ने लाखों रुपए का लोन लिया था.
साप्ताहिक किस्त जमा नहीं हो रहा थाः महिलाओं का आरोप है कि बेबी देवी लोन लेकर घर बनवा ली और एक महीने पहले ही कहीं घर से चली गयी. बेबी देवी के नहीं होने के कारण लोन का साप्ताहिक किस्त जमा नहीं हो रहा था. यही कारण है कि गुरुवार को फायनेंस कर्मी लोन वसूलने के लिए गांव आए थे. मृतिका जानकी देवी पर लोन का किस्त जमा करने के लिए लोन का दबाव बना रहे थे. रकम अदा नहीं कर सकने के कारण परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली.
घटना की छानबीन में जुटी पुलिसः इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर रानीगंज अपर थानाध्यक्ष पूनम कुमारी, मोहन शर्मा, दलबल के साथ ठेकपुरा गांव पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया है. रानीगंज थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदू ने बताया कि शव को पोष्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मौत के कारणों की जांच की जा रही है. जो भी दोषी होंगे उसे किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा.
“घटना की जानकारी मिली है. महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. रिपोर्ट आने के बाद पता चल पाएगा कि मौत कैसे हुई है. घटना को लेकर मृतका के पति से भी जानकारी ली जा रही है. जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.” -निर्मल कुमार यादवेंदू, रानीगंज थानाध्यक्ष