अररिया: बंदी की मौत पर परिजनों ने लगाये कई आरोप
अररिया सदर अस्पताल में इलाजरत एक कैदी की हुई मौत ने सिस्टम पर ही सवाल खड़े कर दिया है। मृत कैदी के परिजनों का आरोप है कि जब 31 जनवरी को ही सदर अस्पताल से उसे रेफर कर दिया गया तो चार फरवरी तक उसे क्यो नहीं बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाया गया।
सदर अस्पताल में उसका ठीक ढंग से इलाज नही हुआ, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। जेल अधीक्षक का कहना है कि बाहर ले जाने के लिए सुरक्षा गार्ड की मांग दो फरवरी को किया गया था, गार्ड उपलब्ध नही होने के कारण कैदी को बाहर नही ले जाया गया। सवाल है कि कई गम्भीर रोग से ग्रस्त कैदी का बाहर ले जा कर बेहतर इलाज सिर्फ इसलिए नही कराया जा सका कि रेफर के चार दिन तक गार्ड उपलब्ध नही कराया जा सका? मृतक के पुत्र अभिषेक कुमार ने कहा कि अगर उनके पिता को समय पर बाहर ले जाया जाता तो आज उनकी मौत नहीं होती। इधर राजद के जिलाध्यक्ष मो कमरुज्जमा ने कैदी रामनिवास साह की मौत पर संवेदना व्यक्त करते हुए मौत मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग प्रशासन से की है। उन्होंने कहा कि आखिर किसकी लापरवाही का शिकार बना रामनिवास की जांच हो और जो दोषी पाया जाय उस पर कार्रवाई हो।
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