सामा चकेवा के पर्व को मिथिनांचल व् सीमांचल में धूम-धाम से मनाया गया
कल मिथिला के प्रशिद्ध त्योहार सामा चकेवा पे मिथिनांचल व् सीमांचल के लोगो में उत्साह का मंजर देखा गया. कहते हैं की सामा कृष्ण की पुत्री थी जिनपर अबैध सम्बन्ध का गलत आरोप लगाया गया था जिसके कारण सामा के पिता कृष्ण ने गुस्से में आकर उन्हें मनुष्य से पक्षी बन जाने की सजा दे दी | लेकिन अपने भाई चकेवा के प्रेम और त्याग के कारण वह पुनः पक्षी से मनुष्य के रूप में आ गयी | यह त्योहार भाई – बहन के बीच घनिष्ठ सम्बन्ध को दर्शाता है. कल रात्रि को ये त्योहार मनाया गया. जिसमे लोगो ने लोकगीत के साथ पूजा आरंभ कर सामा चकेवा की पूजा की और पुरे रीती-रिवाजो के साथ इस पूजा को समाप्त किया गया.